1962 में ही समाजवादियों ने कोसी में पेश कर दी थी मजबूत दावेदारी
सुपौल।कोसीकीयहपावनधरतीराजनीतिकरूपसेकाफीउर्वररहीहै।यहांकीमाटीमेंजन्मे,पलेबढ़ेकईसपूतोंनेकेंद्रऔरराज्यकीराजनीतिमेंअपनीअमिटछापछोड़ीहै।यहांकेराजनीतिज्ञभारतीयराजनीतिकेमहत्वपूर्णहस्ताक्षररहेहैं।70एवं80केदशकमेंललितनारायणमिश्रभारतीयराजनीतिकेकेंद्रमेंरहे।इसक्षेत्रकेपहलेसांसदकागौरवभीउन्हींकेनामहै।1952केसंसदीयचुनावमेंइंडियननेशनलकांग्रेसकेटिकटपरवेनिर्वाचितहुएथे।1957काचुनावभीउन्हींकेनामरहा।लेकिन1962केचुनावमेंप्रखरसमाजवादीभूपेंद्रनारायणमंडलनेअपनीमजबूतदावेदारीदीऔरढहगयाकांगेसकाकिला।प्रजासोशलिस्टपार्टीकीटिकटपरवेविजयीरहे।उन्होंनेकांग्रेसकेललितनारायणमिश्रकोपराजितकरदिया।भलेहीसंसदीयकार्यकालउनकाअधिकदिनोंतकनहींरहसका।लेकिनउनकीनीतिआजभीराजनैतिकसिद्धांतकेरूपमेंचलरहीहै।इसक्षेत्रसेयेपहलेगैरकांग्रेसीसांसदबनेथे।1964केचुनावमेंपुन:यहसीटकांग्रेसकीझोलीमेंगईऔरलहटनचौधरीनिर्वाचितहुए।इसउपचुनावमेंइन्होंनेबीपीमंडलकोपराजितकरदियाथा।लेकिन1967केचुनावमेंफिरकोसीकीजनतानेकांग्रेसकोनकारदियाऔरसंयुक्तसोशलिस्टपार्टीकेगुणानंदठाकुरकोजीतमिली।यहऐसादौरचलरहाथाजबकोसीकीजनताएकबारकांग्रेसकोमौकादेरहीथीतोएकबारसमाजवादीपार्टीको।नतीजाथाकि1971केचुनावमेंकांग्रेसकेचिरंजीवझासांसदचुनेगए।सन1977मेंजबपूरेदेशमेंइमरजेंसीकेबादकांग्रेसकेविरोधकीलहरचलीतोकोसीकेलोगोंनेभीअपनीअहमभूमिकानिभाईथी।औरप्रखरसमाजवादीनेताविनायकप्रसादयादवकोकोसीकीजनतानेक्षेत्रकानेतृत्वसौंपाथा।1980और84काचुनावकांग्रेसकेहिस्सेमेंरहा।लेकिन1984केबादएकलंबेअंतरालतककांग्रेसकोयहसीटनहींमिलसकीऔरगैरकांग्रेसीदलोंकावर्चस्वकायमहोगया।इसदौरानजनतादल,राष्ट्रीयजनतादल,जनतादलयूऔरलोजपानेइसक्षेत्रकाप्रतिनिधित्वकिया।30सालबादकेचुनावमें2014मेंयहसीटफिरएकबारकांग्रेसकीझोलीमेंआईऔररंजीतरंजनइसक्षेत्रसेसांसदचुनीगई।जबकिपूरेदेशमें2014मेंभाजपाऔरमोदीकीलहरचलरहीथी।2019काचुनावदोगठबंधनोंकेबीचहीमोटेतौरपरदेखाजारहाहै।इसमेंफिरकांगेसकीओरसेरंजीतरंजनमैदानमेंहैऔरसामनेराजगकीओरसेजदयूप्रत्याशीकेरूपमेंदिलेश्वरकामैतमैदानमेंहैं।फिरजनताकीबारीहै।