आशियाने मिले, अब सुविधाओं की दरकार
संजयमग्गू,पलवल
जीवनकीतीनमहत्वपूर्णआवश्यकताएंहोतीहैं।रोटी,कपड़ाऔरमकान।इनकेसाथहीजिदारहनेकेलिएशुद्धहवावपानीकाभीहोनाअत्यंतआवश्यकहै,अन्यथाइसकेबिनाजीवनसंकटयुक्तहोजाएगा।हवावपानीदोनोंहीप्रकृतिकेउपहारहैं।वहींशुद्धपेयजलउपलब्धकरानाशासन-प्रशासनकीजिम्मेदारीहैं।वहींअगरसरकारीकॉलोनियोंमेंभीसरकारशुद्धपेयजलतकमुहैयानकरासकेंतथालोगोंकोपानीतकखरीदकरपीनापड़े,तोयहनिश्चितहीचितनीयहै।
राष्ट्रीयराजमार्गपरस्थितशहरकेसेक्टर-छहमेंकरीबचारवर्षपूर्वबीपीएलकार्डधारकोंकोहाउसिगबोर्डकीओरसेकिस्तोंपरफ्लैटदिएगएथे।आवेदनकरनेवालेकरीब250लोगोंकोआशियानेतोमिलगए,लेकिनसुविधाओंकेलिएवेआजतकभटकरहेहैं।कॉलोनीमेंनतोपीनेकेपानीकीसुविधाहै,नबिजलीकीव्यवस्था।सीवरेजभीब्लॉकपड़ाहुआहैं।अंधेरेकाफायदाउठाकरअसामाजिकतथाआपराधिकतत्वयहांआएदिनवारदातोंकोअंजामदेजातेहैं।इसकेचलतेकुछलोगोंनेअभीतकयहांबसेरानहींबसायाहै,तोकुछलोगअपनेमकानोंकोबेचनेकीजुगतभिड़ारहेहैं।वर्जन..
प्रशासनकेसामनेअपनीसमस्याओंकीगुहारलगा-लगाकरथकचुकेहैं,लेकिनकोईसुननेवालानहीं।अबतोऐसालगताहैकियहांसेमकानबेचकरकहींऔररहनाशुरूकरदें।इसकॉलोनीमेंमकानलेनेवालेगरीबपरिवारखुदकोकोसरहेहैं।
-अरुणकुमार,स्थानीयनिवासीजीवनजीनाहै,तोपानीतोपीनाहीपड़ेगा।चाहेवहहजारोंरुपएखर्चकरकेहीक्योंनमिले।केवलपेयजलहीनहीं,यहांऔरभीसमस्याओंकाअंबारलगाहैं।कईबारशिकायतोंकेबावजूदकोईसुनवाईनहींहै।
-सपना,स्थानीयनिवासीहाउसिगबोर्डनेगरीबीरेखासेनीचेजीवनयापनकरनेवालेलोगोंकोमकानतोमुहैयाकरादिए,लेकिनमूलभूतसुविधाएंदेनाभूलगया।आजयेहालहैकिजोलोगअपनेमकानकीकिस्तकेरूपमेंलगभगतीनहजारमासिकभरतेहैं,उन्हेंपेयजलकेलिएहजाररुपयेसेज्यादाइसपरखर्चकरनेपड़तेहैं।
-विजयपटेल,अध्यक्षपूर्वांचलजनकल्याणसमिति
यहांसमस्याओंकेबारेमेंएकबारशिकायतमिलीथी,तोतबसंबंधितअधिकारियोंसेकहागयाथा।बादमेंयहकिसीनेनहींबतायाकिसमाधाननहींहुआहै।संबंधितअधिकारियोंकोनिर्देशितकियाजाएगा।जल्दहीसमस्याओंकेनिदानकाप्रयासहोगा।
-दीपकमंगला,विधायक,पलवल