आयुर्वेदिक पद्धति व जीवनशैली पर जगेगी अलख

संवादसहयोगी,जाहू:जिलेमेंएकप्रोजेक्टकेतहतआयुषविभागमहिलास्वास्थ्यकार्यकर्ताऔरआशावर्करकेमाध्यमसेग्रामीणोंकोघरघरजाकरआयुर्वेदिकपद्धतिवजीवनशैलीसेजागरूककरेंगे।घर-घरजानेसेपहलेआयुषविभागमहिलास्वास्थ्यकार्यकर्तावआशावर्करकोप्रशिक्षितकरकेपरिपक्वबनारहाहै।

इसीकार्यक्रमकेअंतर्गतखंडभोरंजमेंखंडचिकित्साअधिकारीडा.ललितकालियाकीअध्यक्षतामेंस्थानीयआशावर्कर्सवमहिलास्वास्थ्यकार्यकर्ताकोआयुषविभागकेडाक्टरविजेंद्रसिंहतथाडा.ललितशर्मानेप्रशिक्षणदिया।इसमेंआशावर्करकोआयुर्वेदमेंवर्णितदिनचर्या,रितुचर्या,आहारविहार,प्रकृतिपरीक्षणवप्रकृतिकेअनुरूपआहार-विहारकीजानकारीदीगई।इसकेसाथमधुमेहसेबचावकीजानकारीतथानित्यउपयोगीप्रयोगमेंआनेवालीऔषधियोंवस्थानीयजड़ीबूटीकेउपयोगकेबारेमेंभीविस्तारसेजानकारीदीगई।डा.विजेंद्रसिंहनेबतायाकीआशावर्कर्सयहजानकारीअपनेक्षेत्रकेलोगोंसेमहीनेमेंदोबारसाझाकरेंगीतथामाहमेंदोबारप्रत्येकपरिवारकीरिपोर्टिगभीकीजाएगी,जिससेलोगोंमेंआयुर्वेदकेप्रतिविश्वासबढ़ेगातथास्वास्थ्यजीवनशैलीकोबढ़ावामिलेगा।इससेलोगोंमेंहोनेवालोंजीवनशैलीजनितरोगजैसेमधुमेह,मोटापा,उच्चरक्तचाप,थायराइडआदिसमस्याओंकोहोनेसेरोकसकेंगे।

खंडचिकित्साअधिकारीडा.ललितकालियानेकहाकीआयुषविभागकीओरसेयहबहुतहीसराहनीयकदमहैक्योंकिआजसभीदवाइयोंकेबिनास्वस्थरहनाचाहतेहैं,लेकिनसहीजीवनशैलीजीनेकायातोसमयनहींहैयापूर्णज्ञाननहींहै।इसप्रशिक्षणकेमाध्यमसेलोगोंस्वास्थ्यकेप्रतिजागरूकहोंगे।स्वास्थ्यशिक्षकअमरदीपनेबतायाकीअभीयहकार्यशालादोदिनऔरचलेगी,जिसमेंभोरंजब्लाककीसंपूर्णआशावर्करकोप्रशिक्षितकियाजाएगातथाप्रत्येकसर्वेक्षणकाआशावर्कर्सको150रुपयेआयुर्वेदविभागकीतरफसेदियाजाएगा।प्रशिक्षणकेदौरानआशावर्कर्सकोरिपोर्टिंगकिटवबैगकाभीवितरणकियागया।