अनदेखी से खतरे में बचपन, स्कूल को कैसे मिले 'नवजीवन'
संवादसहयोगी,बिदकी:बेसिकशिक्षाविभागऔरनगरपालिकागांधीस्मारकप्राथमिकपाठशालामेंजलभरावकीसमस्याकोपिछले18सालसेएक-दूसरेपरधकेलतेचलेआरहेहैं।जिम्मेदारोंकीइसअनदेखीसेबचपनखतरेमेंहैऔरसवालयेहैकिअगरस्थितियहीरहीतोस्कूलको'नवजीवन'कैसेमिलेगा।देशकेभविष्यकहेजानेवालेबच्चोंकेप्रतियहबेफिक्रीसमूचीव्यवस्थाकोचोटपहुंचारहीहै।
गंदेपानीकेभरावविद्यालयपरिसरकाहैंडपंपडूबाहुआहै,इतनाहीनहींचाहारदीवारीटूटीहोनेसेगंदेपानीसेहोतेहुएसूअरकक्षाओंतकपहुंचजातेहैं।बारिशकेचारमाहविद्यालयकेप्रधानाचार्यकक्षकेअलावातीनकक्षाएंपानीमेंहीडूबीरहतीहै।विद्यालयकेदूसरीओरबनेदोकक्षोंमेंपांचकक्षाओंकासंचालनकरनापड़ताहै।विद्यालयकीइंचार्जशिक्षामित्रअल्कातिवारीबतातीहैं,किजबवर्ष2015मेंविद्यालयआईंतबतोहालातऔरखराबथे।वर्ष2019में25हजाररुपयेकीग्रांटमिलीतोदोकमरोंमेंपानीनजाएइसकेलिएचबूतरावटूटीदीवारकानिर्माणकरायागया।छिपातेरहेनाकामी,अबनासूरबनीसमस्या
नगरपालिकाईओऔरबेसिकशिक्षाविभागकीनगरशिक्षाधिकारीदोनोंविद्यालयमेंगंदापानीभरनेकीनाकामीकोछिपातेरहे।अबयहनाकामीइनकेलिएनासूरबनगयाहै।लगातारबस्तीबढ़तीरहीऔरजलनिकासीकीसमस्याभीविकरालहोतीगई।शौचालयोंमेंभरगयापानी
विद्यालयपरिसरमेंछात्रोंकेलिएबनाएगएशौचालयभीपानीमेंडूबेहैं।बारिशखत्महोनेकेबादभरापानीसूखनेमेंदोमाहलगजाएंगे,तबविद्यालयभवनवशौचालयोंसेहीगंदापानीहटेगा।परपरिसरमेंफिरभीनालियोंकागंदापानीभरतारहेगा।
बस्तीके125मकानोंकाआरहागंदापानी
विद्यालयपरिसरमेंपुरानीबिदकीकागंदापानीनालेसेवमुहल्लारुरवाका125मकानोंकागंदापानीपरिसरमेंआरहाहै।विद्यालयकेपासहीएकबड़ातालाबहै।नगरपालिकानालियोंकाकनेक्शनइसतालाबमेंकरसकीहै।दोनोंनालियांतालाबमेंगिरनेलगेंतोविद्यालयमेंजलभरावकीसमस्याखत्महोजाएगी।ईओबोलीं,समस्यासंज्ञानमेंकुछकरेंगे
गांधीस्मारकप्राथमिकविद्यालयपुरानीबिदकीमेंजलभरावकीसमस्यापरईओनिरूपमाप्रतापनेकहाकियहमामलाजानकारीमेंहैं।निरीक्षणकियाजाचुकाहै।बस्तीकेपानीकोनिकालनेकाविकल्पतलाशाजारहाहै।
सुनतेनहींनपाकेअधिकारी:सभासद
तालाबकीपुलियासेकानपुर-बांदामार्गपारकरपानीबाहरजानेकारास्ताहै,परनगरपालिकानेतालाबमेंकूड़ाडालकरखुदभरदियाहै।कईबारईओसेकहाकिवहांबच्चेपढ़रहेहैं,बड़ीसमस्याहैपरकोईसुनहीरहा।अधिकारियोंकोइसेसंज्ञानलेनाचाहिए।
पूनमदेवीसभासद,पुरानीबिदकी