अर्थशास्त्र खोलता है रो़जगार के ढेरों रास्ते

-बुन्देलखण्डविश्वविद्यालयकाबैंकिंग,अर्थशास्त्रएवंवित्तविभागहैसेण्टरऑफऐक्सिलन्स

झाँसी:अर्थशास्त्रऐसाविषयहै,जोसीमितसाधनोंमेंअसीमितआवश्यकताओंकीपूर्तिकेउपायसुझाताहै।वाणिज्यप्रबन्ध,वित्तप्रबन्ध,अकाउण्ट,जोखिम,बीमासभीअर्थशास्त्रकीशाखायेंहैं।बुन्देलखण्डविश्वविद्यालयकाबैंकिंग,अर्थशास्त्रएवंवित्तविभागकेविभागाध्यक्षएवंकलासंकायाध्यक्षप्रो.सीबीसिंहनेबतायाकिभारतकीअर्थव्यवस्थामेंसेवाक्षेत्रका57प्रतिशतयोगदानहै।आजहरविभागमेंअर्थ,वित्त,वाणिज्य,व्यापार,अकाउण्टिंग,बैंकिंगएवंइंश्योरेंसकीमाँगहै।उन्होंनेबतायाकिविभागकोवर्ष2021मेंउत्तरप्रदेशउच्चतरशिक्षापरिषदद्वारासेण्टरऑफऐक्सिलन्ससेसम्मानितकियागयाहै।विश्वविद्यालयकायहविभागविगत21वर्षोसेउत्कृष्टछात्रोंकोतैयारकरविभिन्नसंस्थानोंमेंप्लेसमेण्टकररहाहै।पिछलेतीन-चारवर्षोसेयहसबसेअधिकजेआरएफऔरनेटनिकालनेवालाविभागहै।

इनपाठ्यक्रमोंमेंलेसकतेहैंप्रवेश

वर्तमानमेंस्नातकस्तरपरबीकॉमऑनर्सतथाबीएऑनर्सइनइकनॉमिक्स,परास्नातकस्तरपरबि़जनेसइकनॉमिक्सबैंकिंगऐण्डइंश्योरेंसएवंबैंकिंगऐण्डइंश्योरेंसविषयमेंएमबीए,एमकॉमफाइनैंसऔरएमएअप्लाइडइकनॉमिक्सकासंचालनकियाजाताहै।इसकेसाथहीइकनॉमिक्समैनिजमेण्टएवंकॉमर्सविषयमेंपीएचडीभीयहाँसेकरसकतेहैं।

प्रवेशप्रक्रिया

बुन्देलखण्डविश्वविद्यालयकीवेबसाइटपरऑनलाइनआवेदनकरनेकेबादआयोजितप्रवेशपरीक्षाऔरशैक्षणिकअंकोंकीमेरिटकेआधारपरयहाँप्रवेशमिलताहै।

यहाँहैंरो़जगारकेअवसर

-भारतीयआर्थिकसेवा,केन्द्रीयवित्तमन्त्रालयवआर्थिकमामलेमन्त्रालयकेविभिन्नविभागों,नीतिआयोगऔरसीएसओ,आर्थिकसलाहकारग्रामीणविकास,पूँजीबा़जार,मुद्राबा़जार,कमॉडिटिबा़जारऔरम्युच्व्लफण्डसेवाक्षेत्रमेंनिवेशसलाहकारकेरूपमेंकामकरसकतेहैं।

-विश्वबैंकऔरअन्तर्राष्ट्रीयश्रमसंगठनऔरअन्तर्राष्ट्रीयमुद्राकोषजैसेप्रतिष्ठितअन्तर्राष्ट्रीयसंगठन,मार्केटरिसर्च,एनजीओएवंसर्वेऔरशोधक्षेत्रमेंरोजगारमेंभीअपारसम्भावनाएंहैं।

-इकनॉमिक्सऔरस्टेटिस्टिक्ससेपीजीवपीएचडीकरनेकेबादआर्थिकशोधसंस्थानोंजैसेनैशनलकाउन्सिलऑफअप्लाइडइकनॉमिक्सऐण्डरिसर्च,सोशलसाइन्सरिसर्चसंस्थानऔरइंस्टिट्यूटऑफइकनॉमिकग्रोथआदिकेसाथशैक्षणिकक्षेत्रमेंभीअप्लाईकरसकतेहैं।

-आर्थिकपत्रकारिता,बि़जनेसइकनॉमिस्ट,इनवेस्टमेण्टइकनॉमिस्ट,डेटाएनालिस्ट,फाइनैंशलप्लैनरऔरकण्ट्रोलरकेरूपमेंभीकार्यकरसकतेहैं।

प्रेमचन्दनेभारतीयसमाजकोदुनियाकेसामनेप्रस्तुतकिया:प्रो.लोहनी

-बीयूकेहिन्दीविभागमेंप्रेमचन्दजयन्तीआयोजित

झाँसी:'मुंशीप्रेमचन्दनेभारतीयजनताकेसंस्कारों,उसकेसुख-दु:ख,आदर्श,मूल्यऔरसमस्याओंकोदुनियाकेसामनेप्रस्तुतकरनेकाकार्यकिया।जिनसमस्याओंकीचर्चाउन्होंनेआजसे100सालपहलेकी,वेआजभीमौजूदहैं।अगरहमइनसमस्याओंकोदूरकरपातेतोशायदयहप्रेमचन्दकोसच्चीश्रद्धाजलिहोती।'उक्तविचारचौधरीचरणसिंहविश्वविद्यालय,मेरठकेहिन्दीविभागकेअध्यक्षप्रो.नवीनलोहनीनेबुन्देलखण्डविश्वविद्यालयकेहिन्दीविभागद्वाराआयोजितऑनलाइनप्रेमचन्दजयन्तीसमारोहमेंव्यक्तकिए।

उन्होंनेकहाकिजिसतरहरूसमेंमैक्सिमगोर्कीऔरचीनमेंल्यूशुननेवहाँकेसमाजकोदुनियाकेसामनेलानेकाकार्यकिया,भारतमेंयहीकामउपन्याससम्राटमुंशीप्रेमचन्दनेकिया।होरी,धनिया,जुम्मन,अलगूचौधरी,हामिद,जालपाजैसेपात्रभारतकीविविधताकाप्रतिनिधित्वकरतेहैं।पूरीदुनियामेंहिन्दीपढ़नेवालेविदेशीविद्यार्थीप्रेमचन्दकीकहानियोंऔरउपन्यासोंसेभारतकोपहचाननेकाप्रयासकरतेहैं।कार्यक्रममेंबुन्देलखण्डविश्वविद्यालयकेअलावाकेरलविश्वविद्यालय,मुम्बईविश्वविद्यालयऔरइलाहाबादविश्वविद्यालयकेशिक्षकों,शोधार्थियोंएवंविद्यार्थियोंनेभागलिया।इससेपहलेहिन्दीविभागकेअध्यक्षडॉ.पुनीतबिसारियानेअतिथियोंकास्वागतकिया।डॉ.श्रीहरित्रिपाठीनेअतिथिपरिचयदियातथानवीनचन्दपटेलनेसभीकेप्रतिआभारव्यक्तकिया।इसअवसरपरमुम्बईसेप्रो.सन्तोषयेरावर,त्रिवेन्द्रमसेप्रो.सजीतशशि,प्रयागराजसेप्रो.हिमांशुशेखरसिंहऔरबुन्देलखण्डविश्वविद्यालयकेडॉ.डीकेभट्ट,डॉ.सौरभश्रीवास्तव,डॉ.अनुसिंगला,डॉ.मुहम्मदनईम,डॉ.कौशलत्रिपाठी,डॉ.अनुपमव्यास,पल्लवीश्रीवास्तवसमेतविश्वविद्यालयकेविभिन्नविभागोंकेशिक्षक,शोधार्थीऔरविद्यार्थीउपस्थितरहे।

फाइल:हिमांशुवर्मा