भारतीय संस्कृति का प्रतीक है कुश्ती
मधेपुरा।प्रखंडकेसार्वजनिकदुर्गापूजामेलाकेअवसरपरखुर्दाकरवैलीमेंतीनदिवसीयकुश्तीप्रतियोगिताआयोजितकीगई।प्रतियोगिताकेदौरानदेशविदेशकेपहलवानोंनेभीअपनेजौहरकाप्रदर्शनकिया।सोमवारसेतीनदिवसीयकुश्तीप्रतियोगिताकेसाथहीखुर्दामेलाप्रारंभहुआ।कुश्तीमेंनेपाल,अयोध्या,बनारस,गोरखपुर,गाजीपुर,आगरा,गोरखपुर,वाराणसी,बेगुसराय,गाजीपुर,मुगलसरायसहितदेशभरकेपहलवानोंनेअपनेअपनेजौहरदिखाया।बुधवारकोअन्यपहलवानोंकेअलावाइंटरनेशनलपहलवानगाजीपुरकेरौशनतथाबनारसकेभानुपहलवानकोअखाड़ामेंउतारागया।निर्धारितसमयकेअतिरिक्तदिएसमयतकदोनोंपहलवानकेबीचनिर्णयनहींहोसकाथाइसलिएबराबरीमेंहीकुश्तीकेसमापनकीघोषणाकरनीपड़ी।इसअवसरपरपूर्वसांसदपप्पूयादवकेपिताचंद्र्नारायणयादवनेमेलाकेसफलताऔरदंगलमेंभागलेरहेपहलवानएवंदर्शकोंकोबधाईदेतेहुएकहाभारतीयसंस्कृतिऔरदिलीजुड़ावकाप्रतीकहैकुश्तीजिसेजीवंतबनाएरखनाचाहिए।मौकेपरमेलासंरक्षकहाजीमंजूरआलमतथाकोषाध्यक्षराजेन्द्रकुमारराजूनेअखाड़ेकाक्षेत्ररक्षणकियातथारेफरीकीभूमिकाविक्रमकुमारनेअदाकियातोउद्घोषककाप्रभारकृष्णकुमारनेसंभाला।मौकेपरसुपौललोकसभाध्यक्षसहमेलाआयोजनसमितिकेसंयोजकसहसचिवबिनोदयादव,नरेशमहाराणा,मुखियाअरबिन्दयादव,रमेशकुमाररमण,दुखमोचनयादव,युवाशक्तिकेराहुलकुमार,सुर्यनारायणयादव,योगेन्द्रसाह,नवीनकुमार,शंभूयादव,मु.इलियास,सुशीलकुमारसुमन,मुकेशकुमार,प्रभाषयादव,सुधीरयादव,पुर्वमुखियाअनमोलयादव,गुडडुकुमार,प्रमुखप्रतिनिधिपिटूयादव,सखीचंदयादव,बबलूयादव,निर्धनमंडल,नवीनकुमार,मंटूकुमारसिंह,शम्भूयादव,बिन्देश्वरीयादव,सीतारामरजक,विकासकुमार,अनिरुद्धयादव,मनोजराही,पंकजयादव,दुखमोचनपासवान,अवधेशकुमार,देवदाससहितहजारोंकीसंख्यामेंग्रामीणदर्शकमौजूदथे।