दरभंगा: कुशेश्वरस्थान के इलाकों में दिख रहा रौद्र रूप, पानी के सैलाब के बीच समय काट रहे लोग

दरभंगा:एकतरफकोरोनामहामारीसेलोगनिकलनहींपाएथेकिदरभंगाकेकुशेश्वरस्थानमेंलोगबाढ़कीविभीषिकाकोझेलनेकेलिएमजबूरहै.कमलाबलानऔरकरेंहनदीमेंयहांकाफीतेजीसेजलस्तरमेंबढ़ोतरीहोरहीहै.नदीकेजलस्तरबढ़नेसेचौकियाविशुनियाऔरलक्ष्मीनियांमुसहरीकेहजारोंपरिवारकीपरेशानीदिनोंदिनबढ़तीहीजारहीहै.

लक्ष्मीनियाकीस्थितिकाफीभयावहहैलोगोंकेघरोंमें2से3फीटतकबाढ़कापानीघुसचुकाहै.यहांकेलोगनावपरखाने-पीनेवरहनेकासारासामानलेकरऊंचेस्थानोंकेलिएपलायनकरतेदिखरहेहैं.लोगोंकाआरोपहैकियहांप्रत्येकवर्षबाढ़आतीहैऔरइसीतरहकीसमस्याउत्पन्नहोतीहै.

स्थानीयलोगोंनेबतायाहमलोगप्रत्येकवर्षकमलाबलानपूर्वीतटबंधपरप्लास्टिककाझोपड़ीबनाकरखुलेआसमानकेनीचेजानवरोंसेबदतरजिंदगीजीनेकेलिएमजबूरहैं.पानीज्यादाहोनेकेकारणलोगोंकाचापाकलभीडूबचुकाहै.लोगोंकोस्वच्छपानीपीनेकेलिएनहींमिलरहाहैनदीकापानीपीनेकेलिएलोगमजबूरहै.

स्कूलकीबिल्डिंगडूबीहुईनजरआरहीहै.घरटापूजैसाबनगयाहै.नतीजनगांवकेलोगघरछोड़छतोंऔरबांधकोअपनाआशियानाबनारहेहै.बांधोंपरसैकड़ोलोगअपनेबच्चेऔरमवेशियोंकेसाथआशियानाबनारखेहै.बाढ़मेंमवेशियोंकेचाराभीनहीमिलपारहाहै.बाढ़नेऐसीरौद्ररूपदिखायाकिलोगबेघरहोगए.तिरपालऔरपॉलीथिनमेंदिनबितारहेहै.