Forest Fire: जलने लगे जंगल... 4 सालों में उत्तराखंड के वनों में लगी भीषण आग, इस बार क्या होगा?

देहरादून.उत्तराखंडमेंपिछलेदोदशकमेंफायरसीजन(FireSeasoninUttarakhand)मेंपिछलेसालआगलगनेकीसबसेअधिक2,813घटनाएंहुईं.इससालएकबारफिरफायरसीजनशुरूहोचुकाहै.तैयारियोंमेंजुटेवनविभागकोइसविंटरसीजनमेंहुईअच्छीखासीबारिशऔरबर्फबारी(Rainfall&Snowfall)सेउम्मीदहैकिइसबारघटनाएंकमहोंगी,लेकिनमौसमविज्ञानियों(WeatherExperts)कीरायकुछऔरहै.इधर,जंगलोंमेंआगलगनेकासिलसिलाफरवरीकेमध्यसेशुरूहोचुकाहै.जंगलोंपर24घंटेनज़ररखनेकेलिएसिस्टम(SurveillanceSystem)बनानावनविभागनेशुरूकरदियाहै,लेकिनकरोड़ोंकेबजटकेबावजूदविभागकेपाससंसाधनोंकाअभावबनाहुआहै.

हरसाल15फरवरीसे15जूनयानीजाड़ेकेअंतिमदिनोंऔरमानसूनकीशुरुआतकेबीचकेसमयकोफायरसीज़नमानाजाताहै.71फीसदीफॉरेस्टकवरवालेउत्तराखंडमेंइससीजनमेंआगजंगलोंपरकहरबनकरटूटतीहै.उत्तराखंडमें2016,2018,2019,2021मेंसबसेअधिकफायरइनसिडेंटहुए,जिनकीवजहसेतीनसेचारहजारहेक्टेयरक्षेत्रमेंजंगलतबाहहोगए.2016और2021मेंतोफॉरेस्टडिपार्टमेंटकोआगबुझानेकेलिएएयरफोर्सकासहारातकलेनापड़ाथा.इसेदेखतेहुएवनविभागइसबारअलर्टहै.वनविभागकीतैयारियोंसेपहलेजानिएकहांआगशुरूहोचुकीहै.

जंगलोंमेंऐसेलगरहीहैआग

* एकहफ्तेपहलेउत्तरकाशीकेडुंडाप्रखंडकेधनारीपट्टीकेजंगलरातभरजलतेरहे,लेकिनवनविभागनेआगबुझानेकीकोशिशनहींकी.इससेपहलेधरासूरेंजसेभीजंगलोंमेंआगकीखबरआई.(रिपोर्ट–बलबीरपरमार)

* एकहफ्तेपहलेहीजोशीमठकेनंदादेवीराष्ट्रीयपार्ककेअंतर्गतबद्रीनाथहाईवेपरपैकागांवकेपासकीपहाड़ीपरशरारतीतत्वोंनेजंगलोंमेंआगलगाई,तोकईहेक्टेयरजंगलराखहोगए.जंगलीजानवरभीइसआगसेपरेशानरहे.(रिपोर्ट–नितिनसेमवाल)

* अल्मोड़ामेंभीजंगलोंमेंछिटपुटआगलगनेकासिलसिलाशुरूहोचुकाहै,लेकिनवनविभागकादावाहैकिभीषणआगअबतकनहींलगीहै.

क्याकहरहेहैंजानकार?

वनविभागमेंफॉरेस्टफायरमैनेजमेंटकाज़िम्मासंभालेमुख्यवनसंरक्षकनिशांतवर्माकाकहनाहैकिविंटरसीजनमेंहुईअच्छीखासीबारिशऔरबर्फबारीसेउम्मीदहैकिजंगलोंमेंनमीअधिकहोगीइसलिएइसबारफायरइंसिडेंटकमहोंगे.हालांकि,मौसमविज्ञानकेंद्रकेनिदेशकविक्रमसिंहमानतेहैंकिविंटरसीजनमेंबारिशऔरबर्फबारीरूटीनहै.मौसमकाट्रेंडऔरसंकेतबतारहेहैंकिमार्च,अप्रैलमेंतापमानअच्छाखासाहोसकताहैजिससेजंगलोंपरआगकाखतरारहेगा.

आगसेनिपटनेकीतैयारियांकैसीहैं?

प्रीफायरअलर्टपानेकेलिएफॉरेस्टसर्वेऑफइंडिया,इंडियनइंस्टीयूटऑफरिमोर्टसेंसिंगकीमददलीजारहीहै.करोड़ोंकाबजटडिविजनोंकोजारीकियाजारहाहै.निशांतवर्माकहतेहैंकिजंगलोंमेंआगलगनेकीघटनाएंरोकीनहींजासकतींलेकिनक्विकएक्शनसेप्रभावकमकियाजासकताहै.वहीं,कुमांऊकेपहाड़ीजिलोंमेंवनविभागने237क्रूस्टेशनवनविभागनेबनाएहैं,जिसमें4कर्मचारियोंकीनियुक्तिकीगईहै.

अल्मोड़ासेकिशनजोशीकीरिपोर्टकेमुताबिकवनविभागनेअल्मोड़ामें76,पिथौरागढ़में77,चंपावतमें55औरबागेश्वरमें29क्रूस्टेशनबनाएहैं,जो24घंटेजंगलोंपरनज़ररखेंगेऔरआगकीसूचनामिलतेहीबुझानेकेलिएग्रामीणोंकीमददलेंगे.हालांकिहकीकतयेहैकिजंगलोंमेंआगपरकाबूपानेकेनामपरलाखोंखर्चतोहोताहै,लेकिनवनविभागकेपासनतोआगबुझानेकेलिएआधुनिकउपकरणहीहैंऔरनहीतकनीक.

ब्रेकिंगन्यूज़हिंदीमेंसबसेपहलेपढ़ेंNews18हिंदी|आजकीताजाखबर,लाइवन्यूजअपडेट,पढ़ेंसबसेविश्वसनीयहिंदीन्यूज़वेबसाइटNews18हिंदी|

Tags:Forestdepartment,Forestfire,Uttarakhandnews