घरों में घुसा बरसाती पानी
संवादसूत्र,इकदिल:कईदिनसेचलरहीबारिशसेजनजीवनअस्त-व्यस्तहै।कस्बेकेकईमोहल्लोंमेंजलभरावकीसमस्यासेलोगजूझरहेहैं।बरसातीपानीलोगोंकेघरोंमेंघुसरहाहै।लोगघरोंसेनहींनिकलपारहेहैं।जलनिकासीकीउचितव्यवस्थानहोनेसेलोगोंकोभारीपरेशानीकासामनाकरनापड़रहाहै।ग्रामपंचायतफूफईकेमजराहरीनगरमेंजलभरावकेकारणडॉ.आंबेडकरऔरबौद्धकीप्रतिमाएंपानीमेंडूबतीनजरआयीं।जलनिकासीकाउचितसाधननहोनेकेकारणघरोंमेंगंदापानीभररहाहै।लोगोंनेजिलाधिकारीसेइससमस्याशीघ्रध्यानदेनेकीमांगकीहै।कृपालपुरबिरारीमेंभीतीनकच्चेमकानगिरगए।जिनमेंराजीवकुमारपुत्रसुखलाल,अहिबरन¨सहपुत्रधनीरामवजगदीशपुत्रछेदालालकेमकानगिरगये।मकानोंकेअंदररखाघरगृहस्थीकासारासामाननष्टहोगया।