ग्रामीणों ने लिया जंगल की सुरक्षा करने का संकल्प
तिसरी:जंगलोंसेपेड़ोंकीकटाईऔरपत्थरोंकाअवैधउत्खननकरनेवालोंकीअबखैरनहींहै।जंगलकीसुरक्षाकोलेकरग्रामीणअबएकजुटहोनेलगेहैं।इसीकड़ीमेंतिसरीप्रखंडकेकईगांवोंकेग्रामीणोंनेजंगलबचानेऔरपत्थरोंकेअवैधउत्खननपररोकलगानेकासंकल्पलिया।रविवारकोवनरक्षीनेघाघराशिवमंदिरमेंग्रामीणोंकेसाथबैठककी,जिसमेंलोकाय,डेलिया,नयनपुर,घाघराआदिगांवोंकेग्रामीणशामिलहुए।इसीबैठकमेंग्रामीणोंनेयहसंकल्पलियाहै।बैठककेदौरानजंगलमेंअवैधतरीकेसेपेड़ोंकीकटाईकरतेपकड़ेजानेवालोंकोसामाजिकदंडदेनेकानिर्णयलियागया।मौकेपरजंगलऔरपेड़-पौधोंकीरक्षाकरनेसेहोनेवालेलाभकेबारेमेंविस्तृतचर्चाकीगई।समाजसेवीजयनारायणयादवनेकहाकिपेड़-पौधोंसेपर्यावरणस्वच्छरहताहैऔरहमेंशुद्धवताजीहवामिलतीहै।इससेबीमारियोंसेबचावहोताहै।समय-समयपरअच्छीवर्षाहोतीहै,जिससेजलस्तरबनारहताहै।बैठककीअध्यक्षताजगरनाथतुरीनेकी।मौकेपरवनरक्षीअशोकयादव,ग्रामीणबाबूलालयादव,दिनेशयादव,दरोगीयादव,अर्जुनयादव,महेंद्रयादव,मुस्तकीममियां,अनवरमियां,कालेश्वररविदासआदिउपस्थितथे।