जल प्रबंधन ने बदल दी गांव की आर्थिकी
शैलेंद्रगोदियाल,उत्तरकाशी
आदर्शसांसदग्रामपंचायतबौनकेराजस्वगांवरायकेलूमेंपहलेसबसेअधिकसंकटपानीकोलेकरथा,लेकिन2019मेंसामूहिकश्रमदानसेग्रामीणोंनेपेयजलयोजनाबनाईतोग्रामीणोंकीप्यासबुझनेकेसाथहीगांवकीआर्थिकीभीबदलगई।अबग्रामीणगांवमेंहीनकदीफसलेंभीउगारहेहैं।
जिलामुख्यालयउत्तरकाशीसे25किलोमीटरऔरबौनसेतीनकिलोमीटरकीदूरीपररायकेलूगांवस्थितहै।दोसालपहलेतक13परिवारवालेरायकेलूमेंअपनीकोईपेयजलयोजनानहींथी।पानीकेलिएग्रामीणोंकोडेढ़किलोमीटरदूरएकप्राकृतिकजलस्त्रोतपरजानापड़ताथा।खुदकेलिएऔरमवेशियोंकेलिएपानीकेइंतजाममेंपूरादिनबीतजाताथा।पेयजलयोजनाकेनिर्माणकेलिएग्रामीणोंनेजलसंस्थानऔरजलनिगमकेअधिकारियोंसेभीकईबारगुहारलगाई।सरकारीसिस्टमनेतोनहींसुना,लेकिनइसीबीचरिलायंसफाउंडेशनकेअधिकारीरायकेलूकेपेयजलसंकटसेरूबरूहुए।फिरग्रामीणोंसेमिलकरउसीप्राकृतिकस्त्रोतसेगांवतकपानीपहुंचानेकीयोजनाबनाई।गांवतकपानीपहुंचानेकेलिएपाइप,सीमेंट,सरियाकेलिएरिलायंसफाउंडेशनने56हजाररुपयेकासामानउपलब्धकराया।ग्रामीणोंने15दिनोंतकसामूहिकश्रमदानकियाऔरघर-घरतकपानीपहुंचाया।यहांतककिगांवकेप्राथमिकविद्यालयमेंभीग्रामीणोंनेनिश्शुल्कपानीकाकनेक्शनदिया।पानीकीकमीनहो,इसकेलिएगांवकेपास20हजारलीटरकाएकटैंकभीबनाया,जिससेइसगांवमें24घंटेपानीकीआपूर्तिहोरहीहै।अबसामुदायिकपेयजलयोजनासेघर-घरइतनापानीपहुंचचुकाहैकिकिचनगार्डनकीभीसिचाईहोरहीहै।ग्रामीणोंकाजोसमयपहलेपानीकेइंतजाममेंखर्चहोताथा,वहनगदीफसलोंकेउत्पादनमेंलगायाजारहाहै।
सरकारीसिस्टमकोदिखायाआइना
जलप्रबंधनऔरआत्मनिर्भरभारतकेलिएरायकेलूएकमॉडलगांवहै।श्रमदानकरसामूहिकपेयजलयोजनाबनानेऔरफिरनगदीफसलोंकाउत्पादनकरनेमेंगांवनेसरकारीसिस्टमकोभीआइनादिखायाहै।रायकेलूगांवकाहरव्यक्तिसामुदायिकजलप्रबंधनकोअपनीजिम्मेदारीमानताहै।पेयजलयोजनाकीनिगरानीकेलिएग्रामीणोंनेमांसुरकंडापेयजलसमितिबनाईहै।हरपरिवारहरमहीने50रुपयेजमाकरताहै,जिससेभविष्यमेंकभीपेयजलयोजनाकीमरम्मतकरनेकीजरूरतपड़ेतोसरकारीसिस्टमकेपीछेनदौड़नापड़े।इसकेअलावासमितिजलस्त्रोतकेसंरक्षणकेलिएहरवर्षपौधारोपणकियाजारहाहै।
हरपरिवारकमाताहै30हजार
घर-घरपानीपहुंचनेकेबादरिलायंसफाउंडेशननेहरघरमेंजैविकखादपिटबनवाया।उन्नतकिस्मकीसब्जीआदिकेबीजउपलब्धकराए।बीतेवर्षलॉकडाउनकेदौरानग्रामीणोंनेमटर,टमाटर,आलू,बींस,भिडी,प्याज,गोभीकाअच्छाउत्पादनकिया।इसदौरानहरपरिवारनेऔसतनतीस-तीसहजाररुपयेकीआमदानीकी।जनवरी2021सेलेकरअप्रैलतकरायकेलूकाहरपरिवारबीस-बीसहजाररुपयेकीसब्जीबेचचुकाहै।
2019सेपहलेहमारापूरावक्तपानीकेइंतजाममेंलगजाताथा।लेकिन,अबसारीमुश्किलेंआसानहोगईहै।बीतेवर्षसेसब्जीउत्पादनकररहीहूं,अभीतकसातहजारकीलहसुन,15हजारकेटमाटरऔरपत्तागोभी,आठहजारकीप्याज,दसहजारकीमटरबेचदीहै।सब्जीबेचकरशौचालयबनायाहै।
सुशीलादेवी,ग्रामरायकेलू
गांवमेंसभीपरिवारसब्जीउत्पादनकररहेहैं।इतनीसब्जीहोजातीहैकिहरपरिवार25से30हजाररुपयेकीसब्जियांबेचताभीहैऔरपरिवारकेलिएभीभरपूरसब्जियांहोतीहैं।अपनेरिश्तेदारोंतकभीसब्जीपहुंचातेहैं।यहखुशहालीसामुदायिकपेयजलयोजनासेसंभवहोपायीहै।उद्यानीकरणकेलिएलघुवित्तएवंसाखसमूहकेतहतएकथ्रेशरमशीनभीखरीदी,जिसकाउपयोगग्रामीणगेहूंधानकीमंडाईकेलिएकरतेहैं।इससेमहिलाओंकेसिरकामकाबोझकमहुआ।
मीनादेवी,अध्यक्ष,मांसुरकंडापेयजलसमितिरायकेलू