जल संचयन:: अनमोल है पानी, नहीं चेते तो मुश्किल होगी जिदगानी

अजीतकुमार,कोडरमा:पानीहैतोजिदगानीहै।इससत्यसेरूबरूसमाजअबभीविकरालहोतीजलसंकटपरगंभीरनहींहै।पानीकीसमस्याआजवैश्विकबनगईहै।पूरेविश्वमेंजलदिवसमनायाजारहाहैताकिलोगजलकेमूल्यकोसमझें।बावजूदस्थितिमेंअपेक्षितसुधारनहींहोनाआनेवालीपीढ़ीकेलिएसोचनीयविषयहै।धीरे-धीरेइससंकटकाविस्तारहारहाहै।यानीसमयरहतेहमनहींचेतेतोउपायढूंढनाभीमुश्किलहोगा।ऐसेमेंविश्वजलदिवसपरसंकल्पकेसाथहरव्यक्तिकोअनमोलपानीकेमोलकोसमझनानितांतजरूरीहै।कोडरमाजिलाकीहीबातकरेंतोयहांआनेवालेदोवर्षोमेंपानीकीजरूरतउपलब्धतासेकमोवेशदोगुनीहोजाएगी।यानीहरव्यक्तिकेपासपानीबचानेकोलेकरसमयकाफीकमहै।यदिसबकुछसरकारपरभीछोड़दीजाएतोइसगंभीरसंकटसेनिपटनानामुमकिनहोगा।वर्तमानमेंचंदवारास्थिततिलैयाडैमकोडरमानगरपंचायत,झुमरीतिलैयाशहरमेंपानीकीसंपूर्णजरूरतोंकोपूराकररहाहै।समयकेसाथ-साथइसडैममेंपानीसेपानीकादोहनभीबढ़रहाहै।डीवीसीपावरप्लांटशुरूहोनेसेयहांभीडैमसेहीबड़ीमात्रामेंपानीकीआपूर्तिहोनेलगीहै।जबकिपूरेचंदवाराप्रखंडकोभीइसडैमसेजोड़ाजारहाहै।यानीआनेवालेकुछवर्षोंमेंतिलैयाडैमभीशायदपानीकीजरूरतोंकोपूराकरनेमेंसक्षमनहींहोपाएगा।विभागीयरिपोर्टकेअनुसारतिलैयाडैममें0.3442बीसीएमवजिलेमेंअन्यस्त्रोतबराकरनदी,पंचखेरोनदी,अक्तोनदी,केशो,गौरीनदीसहितचेकडैम,तालाब,कूपोंमें0.2बीसीएमपानीकीउपलब्धताहै,जोपूरीजरूरतकोपूराकरनाअबसंभवसानहींरहा।::खपतज्यादावकमसंचयनबनरहागंभीरसंकट::

कोडरमा:जलकीखपतज्यादावसंचयनकमहोनागंभीरजलसंकटकाकारणबनरहाहै।समयकेसाथ-साथजलस्त्रोतोंपरभीअवैधकब्जा,लुप्तहोतेजलस्त्रोतजलसंकटकीओरसमाजकोधकेलरहाहै।पिछले20वर्षोंमेंजिलेमेंकाफीकुछबदलावभीआयाहै।जनसंख्याभीतेजीसेबढ़ीहै।आनेवालेदोवर्षोंमेंजनसंख्या10लाखकेआंकड़ेकोभीपारकरेगा।ऐसेमेंजलकीमांगभीतेजीसेबढ़रहीहै।जबकिसीमितजलस्त्रोतकोभीबचानेकेबजायसमाप्तकरनेमेंलोगलगेहै।ऐसेमेंहालकेवर्षोंमेंजिलास्तरपरजलप्रबंधनकोलेकरबनीमास्टरप्लानमेंइससंकटसेनिपटनेकेव्यापकप्लानबनायेतोगयेहै,लेकिनजनजागरूकताउतरीहीजरूरीहै।::जिलेमेंजलकीस्थित::

वर्तमानसतहीजल-5.42खरबलीटर

भूमिगतजल-80अरबलीटर

कुलउपलब्धजल-6.24खरबलीटर

कुलआवश्यकता-5.51खरबलीटर

घरेलूजलकीखपत-43.50अरबलीटर

कृषिमेंजलखपत-3.74खरबलीटर

उद्योगमेंजलखपत-98अरबलीटर

पशु-पक्षीमेंजलखपत-3अरबलीटर

स्त्रोत:डिस्ट्रिक्टइरिगेशनप्लान,कोडरमा।