जलाश्यों की बर्बादी में हमारा हाथ

जागरणसंवाददाता,रेवाड़ी:भूमिगतजलसिमटताजारहाहैऔरइसकेलिएकोईऔरनहींसबसेज्यादाहमखुदहीजिम्मेदारहैं।हमारीलापरवाहीकापरिणामधीरे-धीरेसामनेआरहाहै।ग्रामीणक्षेत्रोंमेंबनेजलाश्यवतालाब,कभीयहांरहनेवालेलोगोंकीजीवनरेखासमझेजातेथे,उनकेअस्तित्वपरहीखतरामंडरानेलगाहै।जिनतालाबोंकेसहारेपानीकीपूर्तिहोतीथी,वेअबयातोसूखगएहैंयाफिरगंदगीसेलबालबभरेहुएहैं।जिलेभरमें700तालाब,एकतिहाईमेंपानी

जिलेभरकेगांवोंमें700केकरीबतालाबहै,जिन्हेंस्थानीयभाषामेंजोहड़भीकहाजाताहै।गांवोंमेंनिकलकरदेखाजाएतोजिलेकेकेवलएकतिहाईजोहड़हीऐसेहैं,जोनहरीपेयजलव्यवस्थासेजुड़ेहुएहैंऔरजिनमेंपानीभराजाताहै।इसकेअतिरिक्तबाकीकेजोहड़यातोगंदगीसेअटेपड़ेहैंयाफिरउनमेंगंदापानीछोड़ाजारहाहै।इनजलाश्योंकेहालातबेहददयनीयहोचुकीहैं।शहरकेसाथलगतेगांवढालियावासकेजोहड़कोजाकरदेखाजाएतोवहांतालाबमेंनसिर्फगांवकागंदापानीछोड़ाजारहाहै,बल्किउसमेंकूड़ाकचराभीडालाजारहाहै।तालाबपूरीतरहसेबदहालहालातमेंपहुंचचुकाहै।ठीकयहीहालतगांवकालकाकेतालाबकीभीहै।इनतालाबोंमेंअबऐसेभीहालातनहींहैकिपशुओंकोनहलायाजासके।वहीं,बहुतसेतालाबतोपानीकीबांटजोहते-जोहतेहीसूखचुकेहैं।शहरकेहीऐतिहासिकसोहलराहीवबड़ातालाबकीहालतभीइससेकिसीभीतरहअलगनहींहै।इनदोनोंतालाबोंकेलिएभीयोजनाएंतोकईबारबनी,लेकिनएकबारभीसिरेचढ़तीहुईनजरनहींआई।ग्रामपंचायतवप्रशासनकोआनाहोगाआगे

तालाबोंकीहालतमेंसुधारकेलिएग्रामपंचायतवप्रशासनकोआगेआनेकीआवश्यकताहै।तालाबगांवोंकाआधाररहेहैंऔरइनकासंरक्षणभीहमसभीकीजिम्मेदारीहै।जर्जरतालाबोंकोसुधारकरउनमेंपानीभरवानाप्रशासनवसरकारकाकार्यहै।इससेअलगआमआदमीकीभीयहजिम्मेदारीबनतीहैकिवहइनतालाबोंमेंगंदगीकोनडाले।सुधारकेकदमउठेंगेतभीहमअपनीआनेवालीपीढ़ीकेभविष्यकोभीसुरक्षितरखपाएंगे।