कानपुर: सिख दंगे के एक और मामले में जांच होगी बंद, एक अभियोगी ने किया पैरवी करने से मना
उत्तरप्रदेशमेंसिखदंगोंकेमामलेमेंएकमुकदमाबंदकियाजारहाहै.मामलेमेंपैरवीकरनेवालेकनाडामेंरहतेहैंऔरउन्होंनेइतनेसालबादमामलेमेंआरोपियोंकीपहचानकरनेमेंअसमर्थताजताईहै.गौरतलबहैकिपिछलेदिनोंकानपुरमें1984केसिखदंगोंकीजांचकेलिए गठितएसआईटीकाकार्यकालमई2021तककेलिएबढ़ादियागयाथा.
एसआईटीनेइसबीच19ऐसेमामलोंमेंगवाहतलाशलिएहैं,जिनमेंपुलिसनेक्लोजररिोपोर्टलगाचुकीहै.दरअसलतत्कालीनप्रधानमंत्रीइंदिरागांधीकीहत्याकेबादभड़केदंगोंमेंकानपुरमें127लोगमारेगएथे.उसवक्तदंगोंकोलेकरपुलिसनेकुल1251केसदर्जकिएथे.एसआईटीइनमेंसे40केसमेंविवेचनाकररहीहै.बतादेंकि40मुकदमोंमेंसे29मेंस्थानीयपुलिसक्लोजररिपोर्टलगाचुकीहै.
इन्हींबचेहुएमामलोंमेंसे19मामलोंकीजांचहोरहीहै.एसआईटीकोअपनीजांचनेकईगवाहयूपीकेअलावाएमपीवचेन्नईतकमेंमिलेहैं.इनमेंलगभगआठगवाहोंकेबयानभीदर्जकरलिएगएहैं.एसआईटीकीइसीजांचकेदौरानपताचलाकि गवाहकनाडामेंरहतेहैं.
उनकेभीपरिजनकाकत्लकियागयाथा.एसआईटीनेबातकीतोइनदोनोंनेइतनीलंबीअवधिकेबादआरोपियोंकीशिनाख्तकरनेमेंअसमर्थताजताई.फिलहाल,एसआईटीनेगवाहोंद्वारामामलेकीपैरवीमेंरुचिनदिखाएजानेकीरिपोर्टदेदीगईहै.जिसकेबादमामलेकोबंदकरनेकी कार्रवाईकीजाएगी.