केंद्रीय विवि में नए कुलानुशासक ने किया योगदान, कुलपति ने बेहतर विकास और अनुशासन की उम्मीद जताई

संवादसहयोग,टिकारी(गया)।दक्षिणबिहारकेन्द्रीयविश्वविद्यालयकेपर्यावरणविभागकेप्रोफ़ेसरउमेशकुमारसिंहकोविश्वविद्यालयकोनयाकुलानुशासक(प्रॉक्टर)बनायागयाहै।जनसंपर्कपदाधिकारी(पीआरओ)मो०मुदस्सीरआलमनेबतायाकिविविकेकार्यकारीपरिषद(एक्जेक्यूटिवकॉउंसिल)केसदस्योंने43वेंबैठकमेंप्रोफेसरसिंहकोतीनवर्षकेकार्यकालकेलिएकुलानुशासकमनोनीतकियाहै।कुलपतिप्रो.हरिश्चंद्रसिंहराठौरनेनएकुलानुशासककोबधाईदेतेहुएआशाजताईकिप्रो.सिंहअपनेपुर्वानुभवकाउपयोगकरके300एकड़मेंबनेविविकेग्रीनकैंपसमेंछात्रोंकेअंदरअनुशासनएवंउनकेचरित्रनिर्माणमेंअहमयोगदानदेंगे।

पूर्वकुलानुशासकप्रो.कौशलकिशोरनेप्रो०सिंहकोकार्यभारसौंपतेहुएउनकास्वागतकियाऔरउन्हेंकार्यभारसेजुड़ेतमामचुनौतियोंसेअवगतकराया।  प्रो०किशोरनेकहाकिउन्हेंपूर्णविश्वासहैकिप्रो.सिंहकेमार्गदर्शनमेंविश्वविद्यालयकाप्रोक्टोरियलबोर्डअसीमउचाइयोंकोप्राप्तकरेगा।इसकेसाथहीउन्होंनेविश्वविद्यालयकेभवन,कैंटीनएवम्मेसमेंकचड़ाप्रबंधनप्रणालीबनानेऔरकैंपसमेंप्लास्टिककेउपयोगपररोकलगानेजैसेकईअहमसुझावभीदिए।कार्यक्रममेंमौजूदछात्रकल्याणअधिष्ठाताएवम्मीडियाविभागकेविभागाध्यक्षप्रो.आतिशपराशरनेउन्हेंविश्वविद्यालयकेतमामभौतिक,प्रशाशनिक,आधिकारिकऔरछात्रसंबंधितविषयोंएवम्नियमावलीसेअवगतकराया।उन्होंनेकहाकिप्रो.उमेशकेलिएयहकार्यभारभलेहींनयाहैपरपर्यावरणविदकेरूपमेंउनकेअनुभवव्यापकहैंजिसकालाभविश्वविद्यालयकेसभीछात्रोंकोअवश्यहोगा।

कार्यक्रमकेसदस्योंकोसंबोधितकरतेहुएप्रो.सिंहनेआश्वस्तकियाकिवोविश्वविद्यालयकेतमामविभागोंसेसहकारितास्थापितकरअपनेकार्यभारकानिष्ठापूर्वकनिर्वाहनकरनेकोदृढ़संकल्पितहैं।प्रोसिंहनेकहाअनुशासनमानवकोमानवताकेउसक्षितिजपरलेजाताहैजहाँसेव्यक्तिकोसमाजऔरसबकासहअस्तित्वप्रमुखविषयलगनेलगतेहैंऔरस्वकाअंतहोजाताहै।उन्होंनेकहाकिवोपूर्वकुलानुशासकद्वारादिएगएसुझावोंकाभीक्रियान्वयनकरेंगेएवंविश्वविद्यालयमेंअनुशासनऔरपरस्परसौहार्दबनाएरखनेकेलिएहरमुमकिनप्रयासकरेंगे।

पर्यावरणकेक्षेत्रमेंप्रो.सिंहका15वर्षोंसेअधिककाअनुभवहै।जवाहरलालनेहरूविश्वविद्यालयसेप्रर्यावरणविज्ञानमेंएंफिलएवम्पाईसीएचडीकरनेकेबादउन्होंनेअमेरिकाकेकंसासराजकीयविश्वविद्यालयकेसिविलइंजिनियरिंगविभागसेपोस्टडॉक्टरेटकीउपाधिप्राप्तकिया।सीयूएसबीमेंचयनहोनेसेपहलेवेंविश्वभारतीविश्वविद्यालय,शांतिनिकेतनकेइंटीग्रेटेडसाइंसएंडरिसर्चविभागमें11वर्षोंतककार्यरतरहें।पर्यावरण,प्रदूषणएवम्स्वास्थ्यपरउनकेप्रभावोंजैसेविभिन्नविषयोंपरउन्होंनेविस्तृतशोधकरजलसेफ्लोराइडनिकालनेकीविधिमेंपेटेंटप्राप्तकिया। शोधकेछेत्रमेंउनकेअहमयोगदानकेलिएप्रो.सिंहकोकईराष्ट्रीयएवंअन्तर्राष्ट्रीयपुरस्कारोंसेपुरस्कृतभीकियागया।

कार्यकारीपरिषदनेडॉ.विपिनकुमारसिंह(सहप्राध्यापक,अंग्रेजीविभाग)कोबॉयजहॉस्टलकाचीफवार्डननियुक्तकियाहैजबकिडॉ०लखविंदरसिंह(सहायकप्राध्यापक,भौतिकीविभाग)एवंडॉ.चंदनश्रीवास्तव(सहायकप्राध्यापक,शिक्षकशिक्षाविभाग)कोवार्डनमनोनीतकियाहै।वहीँगर्ल्सहॉस्टलकेचीफवार्डनकेपदपरडॉ०रचनाविश्वकर्मा(सहायकप्राध्यापिका,कॉमर्सविभाग),डॉ०लोंगियामकबिताचानू(सहायकप्राध्यापिका,जियोलॉजीएवंडॉ०कवितासिंह(सहायकप्राध्यापिका,शिक्षकशिक्षाविभाग)कोवार्डनबनायागयाहै।पर्यावरणविभागकेडॉ०राजेशकुमाररंजनकोगेस्टहाउसइंचार्जकेतौरपरतीनवर्षकेलिएज़िम्मेदारीदीगईहै।