कोरोना महामारी से प्रभावित वर्ष 2020 में अपराध के मामले 28 प्रतिशत बढ़े : एनसीआरबी आंकड़े

नयीदिल्ली,15सितंबर(भाषा)राष्ट्रीयअपराधरिकॉर्डब्यूरो(एनसीआरबी)केबुधवारकोजारीआंकड़ोंअनुसारकोरोनामहामारीसेप्रभावितवर्ष2020केदौरानअपराधकेमामलोंमें2019कीतुलनामें28प्रतिशतकीवृद्धिदर्जकीगईहै।ब्यूरोकेआंकड़ोंकेअनुसार,भारतमें2020मेंप्रतिदिनऔसतन80हत्याएंहुईंऔरकुल29,193लोगोंकाकत्लकियागया।इसमामलेमेंराज्योंकीसूचीमेंउत्तरप्रदेशअव्वलस्थानपरहै।एनसीआरबीकेआंकड़ोंकेमुताबिक,पूरेदेशमें2020मेंबलात्कारकेप्रतिदिनऔसतनकरीब77मामलेदर्जकिएगए।पिछलेसालदुष्कर्मकेकुल28,046मामलेदर्जकिएगए।देशमेंऐसेसबसेअधिकमामलेराजस्थानमेंऔरदूसरेनंबरपरउत्तरप्रदेशमेंदर्जकिएगए।एनसीआरबीकेअनुसार,वर्ष2020मेंदर्जकिएगयेकुलअपराधोंमेंकाफीसंख्याभारतीयदंडसंहिता(आईपीसी)कीधारा188केतहतलोकसेवकोंद्वारालागूव्यवस्थाकाउल्लंघनकरनेकेखिलाफदर्जमामलेशामिलहैं।ब्यूरोकेआंकड़ोंकेअनुसार,वर्ष2020मेंकुल66,01,285संज्ञेयअपराधदर्जकियेगएजिसमेंभारतीयदंडसंहिता(आईपीसी)केतहत42,54,356मामलेऔरविशेषएवंस्थानीयकानून(एसएलएल)केतहत23,46,929मामलेदर्जकियेगए।आईपीसीकीधारा188केतहतकेतहतलोकसेवकोंद्वारालागूव्यवस्थाकाउल्लंघनकरनेकोलेकरवर्ष2019में29,469मामलेदर्जकियेगएथेजोवर्ष2020मेंबढ़कर6,12,179होगए।भारतीयदंडसंहितासेजुड़ेअन्यअपराधोंकेवर्ष2019में2,52,268मामलेदर्जकियेगएथेजोवर्ष2020में10,62,399होगए।एनसीआरबीकेअनुसार,यह2019कीतुलनामेंअपराधकेमामलेदर्जकियेकोलेकर28प्रतिशतकीवृद्धिकोदर्शाताहै।वर्ष2019में51,56,158मामलेदर्जकियेगएथेऔरसाल2020में14,45,127मामलेअधिकदर्जकियेगए।उल्लेखनीयहैकि25मार्च2020से31मई2020तककोविड-19महामारीकेकारणदेशमेंलॉकडाउनरहाथा।ब्यूरोकेआंकड़ोंकेअनुसार,भारतमें2020मेंप्रतिदिनऔसतन80हत्याएंहुईंऔरकुल29,193लोगोंकाकत्लकियागया।इसमामलेमेंराज्योंकीसूचीमेंउत्तरप्रदेशअव्वलस्थानपरहै।केंद्रीयगृहमंत्रालयकेतहतआनेवालेएनसीआरबीकेआंकड़ेंबतातेहैंकिअपहरणकेमामलोंमें2019कीतुलनामें2020में19प्रतिशतकीकमीआईहै।2020मेंअपहरणके84,805मामलेदर्जकिएगएजबकि2019में1,05,036मामलेदर्जकिएगएथे।आंकड़ोंकेअनुसार,2020मेंउत्तरप्रदेशमेंहत्याके3779मामलेदर्जकिएगए।इसकेबादबिहारमेंहत्याके3,150,महाराष्ट्रमें2,163,मध्यप्रदेशमें2,101औरपश्चिमबंगालमें1,948मामलेदर्जकिएगए।दिल्लीमें2020मेंहत्याके472मामलेदर्जकिएगए।पिछलेसालराष्ट्रीयराजधानीसमेतपूरेभारतमेंकोविड-19केकारणलॉकडाउनलगायागयाथा।एनसीआरबीकेआंकड़ोंकेअनुसार,पिछलेसालजिनलोगोंकीहत्याकीगईथीउनमेंसे38.5प्रतिशत30-45वर्षआयुसमूहकेथेजबकि35.9प्रतिशत18-30वर्षआयुकेसमूहकेथे।आंकड़ेबतातेहैंकिकत्लकिएगएलोगोंमें16.4फीसदी45-60वर्षकीआयुवर्गकेथेतथाचारप्रतिशत60वर्षसेअधिकउम्रकेथेजबकिशेषनाबालिगथे।आंकड़ेंबतातेहैंकि2020मेंअपहरणकेसबसेज्यादा12,913मामलेउत्तरप्रदेशमेंदर्जकिएगए।इसकेबादपश्चिमबंगालमेंअपहरणके9,309,महाराष्ट्रमें8,103,बिहारमें7,889,मध्यप्रदेशमें7,320मामलेदर्जकिएगए।आंकड़ोंकेअनुसार,राष्ट्रीयराजधानीमेंअपहरणके4,062मामलेदर्जकिएगएहैं।एनसीआरबीनेकहाकिदेशमेंअपहरणके84,805मामलोंमें88,590पीड़ितथे।उसनेबतायाकिइनमेंअधिकतरयानी56,591पीड़ितबच्चेथे।एनसीआरबीकेआंकड़ोंकेमुताबिक,पूरेदेशमें2020मेंबलात्कारकेप्रतिदिनऔसतनकरीब77मामलेदर्जकिएगए।पिछलेसालदुष्कर्मकेकुल28,046मामलेदर्जकिएगए।देशमेंऐसेसबसेअधिकमामलेराजस्थानमेंऔरदूसरेनंबरपरउत्तरप्रदेशमेंदर्जकिएगए।एनसीआरबीनेकहाकिपिछलेसालपूरेदेशमेंमहिलाओंकेविरूद्धअपराधकेकुल3,71,503मामलेदर्जकिएगएजो2019में4,05,326थेऔर2018में3,78,236थे।