कृमि कीड़ा मारने की बच्चों को दी गई दवा
जागरणसंवाददाता,खानपुर(गाजीपुर):क्षेत्रकेस्वास्थ्यकेंद्रोंपरबच्चोंकोकुपोषणसेमुक्तऔररक्तकीकमीकीसमस्याकोदूरकरनेकेलिएराष्ट्रीयकृमिमुक्तिदिवसमनायागया।अनौनीखानपुरनायकडीहस्वास्थ्यकेंद्रसहितजच्चाबच्चाकेंद्रोंपरचिकित्सकोंनेहाथधोनेकेपांचचरणकेबारेमेंबतायागया।बच्चोंमेंकृमिकीड़ामारनेकीदवावितरितकीगई।खानपुरमेंडा.केपीसिंहनेबतायाकिस्वच्छभारतअभियानकेजरियेजोकदमउठाएगएहैंउनसेकृमिनिवारणकेउद्देश्यकोहासिलकरनेमेंमददमिलेगी।ग्रामीणइलाकोंकेबच्चेयाबड़ेकृमिरोगकेकारणदमाजैसेलक्षणोंजैसेसांसफूलना,खांसी,इसनोफिलियाइत्यादिकेशिकारहोजातेहैं।इससेबचनेकेलिएस्वच्छपानीहीपियें,फिल्टरकाउपयोगकरेंयाआवश्यकतानुसारपानीकोउबालकरपीनाचाहिये।डा.विकासयादवनेबतायाकिजमीनसेचालीस-पचासफीटकीगहराईमेंमिलनेवालेजलस्त्रोतोंसेमिलनेवालापानीखतरनाकहोताहै।पानीकोगहरेजलस्त्रोतोंसेनिकलकरस्वच्छऔरशुद्धकरकेपीनाचाहिए।इशोपुरकेआयुर्वेदिकचिकित्सकविनयकुमारगुप्तानेकहाकिआयुर्वेदमेंकृमिरोगदूरकरनेकेलिएचरकसंहिताऔरसुश्रुतसंहिताजैसेग्रंथोंमेंरक्तज,पुरीषज,कफजकृमिकेप्रकारबताएगएहैं।नागरमोथा,देवदार,दारुहल्दी,वायविडंग,पीपल,हरड़,बहेड़ाऔरआंवलाकेसेवनसेकृमिरोगनहींहोताहै।कृमिकुठाररस,कृमिमुद्गररस,विडंगचूर्णऔरविडंगारिष्टकेसेवनसेकृमिबाहरआजातेहैं।