नदियों व तालाबों में उड़ने लगी धूल, पानी का संकट

कसेंदा:फरवरीमाहमेंहीतापमान34डिग्रीसेल्सियसपारकरगयाहै।बढ़तीगर्मीसेजहांछोटीनदियांसूखगईहैंवहींहैंडपंपभीदगादेनेलगेहैं।इससेग्रामीणक्षेत्रमेंपानीकासंकटखड़ाहोरहाहै।जिलेकेछहविकासखंडक्षेत्रकोसरकारनेएकदशकपूर्वडार्कजोनघोषितकियाहै।इनब्लाकोंकाभू-जलस्तरबढ़नेकेलिएकईयोजनाएंभीसरकारकीतरफसेचलाईगईं,लेकिनउसकाअसरकहींनहींदिखा।पानीकीसमस्याकोलेकरयदिअफसरसंजीदानहुएतोमईवजूनमेंपानीकेलिएग्रामीणोंकोमारामारीकरनीपड़ेगी।

जनपदकेछहविकासखंडोंकोकेंद्रसरकारनेवर्ष2010मेंडार्कजोनघोषितकरदियाहै।इसमेंसिराथू,कड़ा,मूरतगंज,चायल,नेवादावमंझनपुरशामिलहैं।डार्कजोनकाभू-जलस्तरबढ़ानेकेलिएदोवर्षपूर्वजलशक्तिअभियानभीचलायागयाहै।बारिशकेपानीकोसंचयकरनेकेलिएनदियोंपरचेकडैमबनायागया।इसमेंकरोड़ोंरुपयेभीखर्चकियागया,लेकिनइसकाअसरनहींदिखरहाहै।जनपदकेभूगर्भजलस्तरमेंसुधारनहींआरहाहै।लगातारबढ़रहीगर्मीसेपशु-पक्षियों,जंगलीजीवकेसाथहीमनुष्योंमेंपानीकीजरूरतऔरबढ़नेलगीहै।भू-जलस्तरकीलगातारगिरावटसेहैंडपंपभीजवाबदेनेलगेहैं।जिससेग्रामीणक्षेत्रोंमेंलोगोंकोपानीकीकिल्लतोंकासामनाकरनापड़ताहै।90-100फिटकेनीचेसेहोरहीजलआपूर्ति

गर्मीमेंगंगायमुनाकाजलस्तरबेहदघटजाताहै।साथहीकईछोटीनदियोंकापानीपूरीतरहसेसूखगयाहै।ऐसेमेंजहांतराईक्षेत्रकेलोगोंकोपानीकीसमस्याओंसेजूझनापड़ताहै।वहींदोआबामेंबसेलोगोंकोपानीकीगंभीरकिल्लतोंसेजूझनापड़ताहै।गर्मीमेंतराईक्षेत्रकेलोगोंको90से100फिटनीचेसेपानीप्राप्तहोताहै।चायलतहसीलकेकसेंदागांवकेपिटू,रंजीतयादव,मैहरकनौजियानेबतायाकीदिनपरदिनघटरहेभू-जलस्तरसेपुरानेहैंडपंपोंकेसाथनयाहैंडपंपभीपानीछोड़नेलगतेहैं।विकासखंडनेवादाकेतिलगोड़ीनिवासीबीरेंद्रकुमार,संजयसिंह,कृष्णकुमारकाकहनाहैकिगर्मीशुरूहोगईहैअबपानीकीखपतअधिकहोगी।गांवकेतालाबोंमेंपानीनहींहै।हैंडपंपोंकेसहारेमवेशियोंऔरस्वयंकीपानीकीजरूरतपूरीहोनासंभवनहींहै।सरकारकीयोजनाएंबेअसर

भूगर्भजलस्तरबढ़ानेकेलिएसरकारद्वाराकरोड़ोरुपयेखर्चकरनदियोंमेंबांधबनानेकाचेकडैमयोजना,तालाबखुदाईवतालाबसौंदर्यीकरणयोजना,सोकपिटयोजना,मेड़बंदीयोजना,नदियोंकेस्त्रोतमेंपक्कावकच्चाबांधबनाकरपानीरोकनेकेलिएजलसंरक्षणयोजना,कुंआकेजरिएबारिशकापानीसंचयकरनेकेलिएवेलसंचययोजनाआदिदर्जनभरसेअधिकयोजनाचलाकरसरकारभूगर्भजलस्तरकोरीचार्जकरनेकाप्रयासकररहीहै।लेकिनअपनेकाममेंजिम्मेदारअधिकारियोंकेसंजीदानहोनेसेसरकारकीभू-जलस्तरबढ़ानेकेलिएबनाईगईयोजनाएंकागजोंतकहीसीमितरहगईहै।आनेवालेदिनोंमेंपानीकीगंभीरकिल्लतोंसेजूझनापड़सकताहै।