पानी पर माननीय की आंख में नहीं आ रहा पानी

-पानीसेप्रभावितहोरहीहैखेती-किसानी

-वायदोंकेबादभीनहींबदलीहैसूरत

मनोजमिश्र,संवादसूत्र,तारापुर(मुंगेर):लोकतंत्रकेमहापर्वकीउल्टीगिनतीशुरूहोचुकीहै।जमुईसंसदीयक्षेत्रकोलेकरमतदानपहलेचरणमेंहीहोनाहै।एनडीएऔरमहागठबंधननेअपनेउम्मीदवारकेनामभीतयकरदिएहैं।एनडीएगठबंधनसेएकबारफिरलोजपाउम्मीदवारचिरागपासवानमैदानमेंउतरेहैं,तोमहागठबंधनकीओरसेरालोसपाकेउम्मीदवारकेरूपमेंभूदेवचौधरीमैदानमेंउतरेंगे।तारापुरविधानसभाक्षेत्रजमुईसंसदीयक्षेत्रमेंआताहै।इसकारणराजनीतिकसरगर्मीभीधीरेधीरेपरवानचढ़नेलगीहै।अलगअलगमुद्?देकीगूंजकेबीचतारापुरमेंखेतीकिसानीएकअहममुद्?दाहै।कृषिप्रधानप्रदेशमेंतारापुरकोधानकाकटोराकहाजाताहै।परंतुसिचाईकीसमस्यासरकारीविभागद्वाराकरोड़ोंखर्चकरनेकेबावजूददूरहोतीनहींदिखरही।बल्किसिचितक्षेत्रकादायरादिनप्रतिदिनघटताहीजारहाहै।किसानोंकेखेतोंकेलिएपानीसबसेबड़ामुद्?दाहै।पानीकोलेकरहरचुनावमेंनेताजीबड़ेबड़ेवायदेकरतेहैं।लेकिन,पानीकेसवालपरनेताओंकेआंखोंमेंपानीनजरनहींआताहै।खेतोंकीप्यासबुझानालगभगवर्षापरआश्रितहोगयाहै।वहीं,आमलोगभीपेयजलकेसंकटसेजूझनेकोविवशहैं।बीतेवर्षक्षेत्रमेंसुखाड़कीस्थितिहुई।परंतुक्षेत्रकोसूखाग्रस्तघोषितनहींकियागया।जिसकाबहुतबड़ाखामियाजाक्षेत्रकेकिसानभुगतरहेहैंऔरव्यवस्थाकेप्रतिउनकाआक्रोशभीकईबारसामनेआचुकाहै।लोकतंत्रकेइसमहापर्वमेंसिचाईएवंपेयजलकीसमस्याज्वलंतमुद्दासाबितहोसकताहै।इलाकेकीमहत्वपूर्णबदुआनदीसेबालूकाखननजारीहै।एकअनुमानकेआधारपर10से12फीटगहराईतकबालूखननहोनेकेकारणअबउसमेंपानीकोसंरक्षितरखनेकीक्षमतानहींरहगईहै।जिसवजहसेइलाकेमेंजितनेभीकुआंऔरपोखरथे,वेसूखगए।स्पष्टहैकिबड़ीसंख्यामेंकुआं,तालाबतथाऊपरीलेयरकेचापाकलमेंपानीनहींरहनेकेकारणमनुष्यकेसाथसाथपशुभीपानीसंकटसेजूझनेलगेहैं।किसानोंकेखेतोंकीनमीपटवनकेदूसरेहीदिनसमाप्तहोनेलगतीहै।बालूखननकेपश्चातनदीमेंसालकेसभीदिनोंमेंबहनेवालापानीअबनहरबंदहोतेहीलगभगसमाप्तहोजाताहैतथाजनवरीमाहकेबादसेहीनदियोंमेंपानीनहींदेखाजाताहै।बड़ूआजलाशयसेगादनिकालनेसहितउसकेजीर्णोद्धारकेलिएसरकारद्वारा23करोड़कीराशिभीआवंटितकीगईहै,परंतुउसपरकार्यप्रारंभनहींहोपायाहै।निर्वाचितजनप्रतिनिधियोंकीअनभिज्ञताइसकेकारणबताएजारहेहैं।साथहीसाथदुर्भाग्यपूर्णस्थितियहहैकिसरकारद्वाराहीसंकल्पलिएगएथेकिजितनेभीप्राचीनजलस्त्रोतयथाजलाश्य,नाला,पाइनआदिजलस्त्रोतकोजीवितरखाजाएगा।दुर्भाग्यहैकिदोवर्षपूर्वप्रशासनिककार्यालयोंमेंसरकारकेसंकल्पकीचिट्ठीआनेकेबावजूदप्रशासनिकस्तरपरवैसेजलस्त्रोतकोचिह्नितनहींकियाजासकाहै।विषयगांवकेकिसानरामानुग्रहसिंह,रणगांवकेजगतनारायणपंडा,माणिकपुरकेअजयझा,धौनीकेअजयचौधरीआदिनेकहाकिसभीराजनीतिकपार्टियांकिसानोंकीहितैषीहोनेकादंभभरतीहै।लेकिन,हकीकतठीकविपरीतहै।किसानोंकेखेतोंऔरलोगोंकेघरमेंपानीकीउपलब्धताबड़ीसमस्याहै।