रायबरेली सदर विधानसभा सीट पर 1993 से एक ही परिवार का रहा है दबदबा

(किशोरद्विवेदी)रायबरेली(उप्र),22फरवरी(भाषा)उत्तरप्रदेशकीरायबरेलीसदरविधानसभासीटपरपिछलेकरीबतीनदशकसेएकहीपरिवारकाकब्जारहाहै,भलेहीवहकांग्रेसकेप्रतिनिधिकेरूपमेंहो,यापीसपार्टी,भाजपाकेटिकटपरहोयानिर्दलीयउम्मीवारकेतौरपर।यहविधानसभासीटकांग्रेसअध्यक्षसोनियागांधीकेसंसदीयक्षेत्रकाहिस्साहै।यहपरिवारहैपांचबारकेविधायक,दिवंगतअखिलेशसिंहऔरउनकीबेटीअदितिसिंह।इनदोनोंकाकांग्रेसऔरगांधीपरिवारसेबेहतररिश्तारहाहै।कांग्रेसकेहाईप्रोफाइलगढ़कीयहसीटअंतिमबारइसपरिवारकेबाहर1991मेंगईथी,जबजनतादलऔरजनतापार्टीशीर्षदावेदारथेऔरभारतमेंअधिकउदारअर्थव्यवस्थाशुरूनहींहुईथी।तेईसफरवरीकोइसविधानसभासीटकेलिएहोनेवालेचुनावसेएकसप्ताहपहलेहीअदितिसिंह(34)नेसोशलमीडियापरअपनेपिताकाएकछोटावृत्तचित्रजारीकरतेहुएमतदाताओंसेभावनात्मकअपीलकीथी।उन्होंनेरायबरेलीमेंअपनेपिताकेअधूरेसपनोंकोपूराकरनेकेलिएएकबारफिरविजयश्रीदिलानेकीअपीलकी।वह2017मेंकांग्रेसउम्मीदवारकेतौरपरनिर्वाचितहुईथीं,लेकिन2021मेंकांग्रेसपरहमलेकरतेहुएभाजपामेंशामिलहोगयीथीं।दोनोंपरिवारोंकेबीचइंदिरागांधीकेजमानेसेहीपारिवारिकरिश्तेथे।अदितिसिंहइसबारविधानसभाचुनावमेंअपनेपिताकी‘समृद्धविरासत’कोकेंद्रबिंदुमेंरखकरचुनावप्रचारकररहीहैं।अदितिकेपिताअखिलेशसिंहकीमृत्यु2019मेंकैंसरकेकारणहोगयीथी।समाजवादीपार्टीनेइससीटसेजमीनीकार्यकर्ताआरपीयादवकोचुनावमैदानमेंउताराहै।सपानेअखिलेशसिंहकेकार्यकालको‘‘दागीऔरअपराधमेंलिप्तविरासत’’करारदियाऔरदावाकियाकिवहमौजूदाचुनावमेंरायबरेलीसदरसीटकोइसपरिवारकेचंगुलसेछीनलेगी।उधर,कांग्रेसनेभीअदितिसिंहकोधोखेबाजकरारदेतेहुएउनकेखिलाफचौतरफाअभियानशुरूकरदियाहै।कांग्रेसनेशहरकेसुपरिचितचिकित्सकमनीषचौहानकोचुनावीअखाड़ेमेंउताराहै।अखिलेशसिंहपरजारीवृत्तचित्रमेंकहागयाहै,‘‘1993मेंरायबरेलीसदरसेचुनावलड़रहेअखिलेशसिंहकोलेकरचर्चाहुईथी।लेकिनकिसीकोभीइसकाभाननहींथाकिअपनापहलाचुनावलड़रहेअखिलेशसिंहआनेवालेसमयमेंरायबरेलीकीराजनीतिकीआधारशिलाबनजाएंगे।’’वृत्तचित्रमेंकहागयाहै,‘‘लोगोंसेउनकाऐसासंबंधथाकिकिसीभीप्रकारकाराजनीतिकसमीकरणउन्हेंआमजनतासेअलगनहींकरसका।चाहेजिसपार्टीकीलहरउत्तरप्रदेशमेंहो,लेकिनरायबरेली(कीजनताने)हमेशाअखिलेशसिंहकोहीचुना।अखिलेशसिंहने1993मेंकांग्रेसकेटिकटपरपहलीबारचुनावलड़ाथाऔरविजयीरहेथेऔर1996और2002मेंभीविजयश्रीउनकेगलेलगीथी,लेकिनउसकेबादकांग्रेससेउनकेसंबंधखराबहोगयेथे।अखिलेशसिंहकोकांग्रेससेनिष्कासितकरदियागयाथा,लेकिन2007मेंउन्होंनेनिर्दलीयउम्मीदवारकेरूपमेंयहसीटअपनीझोलीमेंडाललीथी।तबउन्होंने76,603मतोंसेकांग्रेसउम्मीदवाररुद्रप्रतापसिंहकोहरायाथा।अगले(2012के)विधनसभाचुनावोंमेंउन्होंनेपीसपार्टीकेटिकटपर75,588मतोंसेअपनापरचमलहरायाथाऔरसपाकेरामप्रतापयादवकोहरायाथा।सपाकीरायबरेलीइकाईकेअध्यक्षवीरेन्द्रयादवनेदावाकियाकिरायबरेलीसदरजिलामुख्यालयहोनेकेबावजूदइतनेवर्षोंमेंविकासकीधारासेनहींजुड़सका।तीनलाख64हजारमतदाताओंवालेइसविधानसभाक्षेत्रमेंबुधवारकोमतदानहोनाहै।