सहेज लो हर बूंद : धरती का सीना चाक होने से बचाएगी वन ड्राप-मोर क्राप, 600 हेक्टेयर खेत स्प्रिंकलर व ड्राप सिंचाई विधि

वाराणसी,जेएनएन।प्रधानमंत्रीनरेंद्रमोदीकेआह्वानसहेजलोहरबूंदकोमूर्तरूपदेनेजारहाहैजनपदकाउद्यानविभाग।वर्षाकीएक-एकबूंदकोबचानेकेलिएविभागनेकमरकसलीहै।इसकेलिएअपनेतईंहरजतनकरनेकोतैयारहै।इसमेंसहायकबनेगीप्रधानमंत्रीसिंचाईयोजना।इसकेतहतविभागवनड्राप-मोरक्रापयोजनाकोविस्तारदेनेजारहाहै।इसवित्तीयसत्रमेंलगभगमें600हेक्टेयरक्षेत्रफलमेंखेतोंकोस्प्रिंकलरवड्रापसिंचाईविधिसेआच्छादितकिएजानेकालक्ष्यरखागयाहै।

जिलाउद्यानअधिकारीबतातेहैंकिबीतेवित्तीयसत्र2020-21मेंविभागनेप्रधानमंत्रीसिंचाईयोजनाकेतहत1.25करोड़रुपयोंकाअनुदानदियागयाथा।550किसानोंनेइसयोजनाकालाभउठायाथा।इससेलगभग550हेक्टेयरक्षेत्रफलखेतआच्छादितहुएथे।चालूवित्तीयवर्षमेंइसयोजनाकेआच्छादनकालक्ष्यबढ़ाकरलगभग600हेक्टेयरकियागयाहै।इसमेंकिसानोंकेखातेमेंलगभग1.50करोड़रुपयोंकाअनुदानजाएगा।सरकारइनसिंचाईयंत्रोंकेलिएकिसानोंको90फीसदअनुदानदेरहीहै।इसलिएकिसानोंकोइसकालाभउठानाचाहिए।

क्याहैस्प्रिंकलर

स्प्रिंकलरएकप्रकारकासिंचाईयंत्रहै।इससेखेतोंमेंसिंचाईकरतेसमयपानीकोवर्षाकीबूंदोंकेरूपमेंफुहारोंकीतरहपौधोंपरडालतेहैं।इसेबौछारीपद्धतिभीकहाजाताहै।यहसिंचाईकाआधुनिकतरीकाहै,इसमेंछिद्रयुक्तनलियोंमेंपानीकोप्रवाहितकरायाजाताहै,येनालियांवर्षाकीफुहारोंकीतरहपानीकोपौधेपरपहुंचातीहैंऔरसिंचाईहोजातीहै।

बूंद-बूंदसिंचाईयानिड्रिपविधि।इसविधिमेंछिद्रयुक्तपाइपेंखेतमेंबिछादीजातीहैंऔरइनछेदोंसेबूंद-बूंदपानीफसलकीजड़ोंतकपहुंचताहै।इससेखेतमेंजलजमावनहींहोताऔरपानीसीधेजड़तकपहुंचकरपौधोंकीजरूरतकोपूराकरदेताहै।अधिकढालवालीयाउबड़-खाबड़जमीनकेखेतकेलिएयेदोनोंविधियांसर्वोत्तमहैं।

-खेतमेंअनावश्यकजलजमावनहींहोता,इससेपानीकीबर्बादीनहींहोती।लगभग40फीसदपानीकीबचतकरसकतेहैं।

-मिट्टीकीनमीबनेरहनेसेफसलकीवृद्धिऔरउपजबेहतरहोतीहै।पानीकीबूंदोंकेसाथखाद,कीटनाशकवअन्यदवाएंपौधोंतकआसानीसेपहुंचजातीहैंऔरअनावश्यकबर्बादीनहींहोती।

-स्प्रिंकलरपद्धतिसेवातावरणमेंघुलीनाइट्रोजनपानीकेसाथपौधोंकोप्राप्तहोजातीहै,इससेलगभग25फीसदखादकीखपतकमहोजातीहै।

-जलजमावनहोनेसेखर-पतवारनहींउगतेऔरनिराईकाखर्चलगभग25फीसदबचजाताहै।

-इसविधिसेअनावश्यकपानीनलगनेसेपौधेसड़तेनहींऔरउपजमें15से20फीसदकीवृद्धिहोजातीहै।

एकस्प्रिंकलसेटकीकीमतबाजारमें28से32हजाररुपयेहै।विभागकेमाध्यमसेसरकारइसपरलघुसीमांतकिसानोंको90फीसदअनुदानदेतीहै।मानकलागत25,200केसापेक्षसरकारकाअनुदान22667रुपयेकिसानोंकेखातेमेंआजाताहै।कुलमिलाकरकिसानकेआठसे10हजाररुपयेखर्चहोतेहैं।इसीतरहड्रिपप्रणालीमेंयंत्रकीकीमतलगभग1.30लाखरुपयेबाजारमेंहै,सरकारइसपर1.12लाखसे1.15लाखरुपयेतकअनुदानदेतीहैऔरकिसानकोमहज15से17हजाररुपयेखर्चकरनेहोतेहैं।एकबारलगादेनेपरइसकेलाभवर्षोंतककिसानउठाताहैऔरपानीतथालागतकीबचतहोतीहै।

चुनावबादशुरूहोगापंजीकरणऔरजागरूकताअभियान

अभीतोविभागकेलोगपंचायतचुनावमेंव्यस्तहैं।चुनावसेफुर्सतमिलतेहीइसकेलिएअभियानचलायाजाएगाऔरकिसानोंकोजागरूककियाजाएगाताकिअधिकसेअधिकलोगइसकालाभउठासकेंऔरजलसंरक्षणकेप्रधानमंत्रीकेस्वप्नकोपूराकरनेमेंसहभागीभीबनें।

-संदीपकुमारगुप्ता,जिलाउद्यानअधिकारी,वाराणसी।