तपिश बढ़ने से सूखने लगे हलक
संवादसहयोगीलोहाघाट:मौसमकीतपिशबढ़नेकेसाथहीनगरसहितग्रामीणक्षेत्रोंमेंपेयजलसंकटगहराताजारहाहै।जिसकेचलतेलोगोंकोकईदिक्कतोंकासामनाकरनापड़रहाहै।हालातयहहैकिपीनेकेपानीकेलिएलोगोंकोमीलोंपैदलचलनेकेलिएमजबूरहोनापड़रहाहै।लोहाघाट,बाराकोटवपाटीकेगईगांवजलसंकटसेजूझरहेहै।
लोहाघाटनगरकेकईवार्डोमेंतीन-चारदिनबारआरहापानीलोगोंकेलिएमुसीबतबनताजारहाहै।नगरकेअधिकतरलोगनगरसेलगेअक्कलधारेकेपासनर्सरीकेपानीपरनिर्भरहै।अबवहस्रोतभीजबाबदेनेलगाहै।नगरवासियोंकाकहनाहैकिजलसंस्थानद्वारापानीतोदियाजाताहैपरंतुपर्याप्तमात्रामेंपानीनआनेसेउन्हेंकईदिक्कतोंकासामनाकरनापड़रहाहै।जिसकेचलतेनगरकीमहिलाएंग्रामीणोंजैसाजीवनव्यतीतकरनेकेलिएमजबूरहै।पानीढ़ोनामहिलाओंकीनियतीबनगयाहै।सावित्रीदेवी,राधिका,दीपादेवी,रमादेवी,पुष्पादेवीआदिकाकहनाहैकिसुबहहोतेहीउन्हेंपानीकीचिंतासतानेलगतीहै।बच्चोंकोस्कूलकेलिएरवानाकरनेकेबादपानीभरनाउनकीदिनचर्यामेंशामिलहोगयाहै।महिलाओंकाकहनाथाकिजलसंस्थानद्वारादियाजानेवालापानीरोजमर्राकेकार्योमेंखर्चहोजाताहै।उनकेबादउन्हेंपैदलचलकरपीनेकापानीढोनेकेलिएमजबूरहोनापड़ताहै।महिलाओंनेशासनप्रशासनसेटैंकरोंकेमाध्यमसेपेयजलउपलब्धकरानेकीमांगकीहै।इधरपाटीवबाराकोटकेकईगांवोंमेंपिछलेवर्षआईदैवीयआपदामेंनष्टहुईपेयजललाइनठीकनहोनेसेगांवोंमेंपेयजलसंकटगहरानेलगाहै।
रीठासाहिबमेंपानीकेलिएमचीहायतौबा
लोहाघाट:मेलेकीतैयारियोंमेंजुटेरीठासाहिबक्षेत्रमेंपानीकीहायतौबामचीहुईहै।जिसकेप्रतिप्रशासनसुस्तबनाहुआहै।उल्लेखनीयहोकिहरवर्षलगनेवालेसालानाजोड़मेलेमेंदेशविदेशसेयहांलाखोंकीसंख्यामेंश्रद्धालुओंकासैलाबउमड़ताहै।प्रशासनकीअनदेखीकेकारणमेलेसेपहलेलोगोंकोआनेवालेदिनोंमेंपेयजलनमिलपानीसेहोनेवालीपरेशानियोंकाडरसतानेलगाहै।क्षेत्रकेलोगोंकाकहनाहै।क्षेत्रकेखराबपडे़हैंडपंपोंकोठीककरनेकेसाथहीपेयजलटेंकरोंसेपानीदेनेकीमांगकी।
रेगडूमेंरातभरपानीकेलिएकररहेरतजगा
लोहाघाट:बाराकोटविकासखंडकेरेगडूग्रामकेआगार,चाक,नैन,चूडाशाहआदिक्षेत्रोंमेंपानीकीगंभीरसमस्याबनीहै।क्षेत्रकेग्रामीणमदनखोलिया,राजेंद्रबोहरा,राकेशसिंह,राजकिशोर,नाथूशाह,हेमादेवी,मोतीदेवी,पार्वतीदेवीआदिकाकहनाहैकिरातभरपानीकेलिएरतजगाकरपेयजलस्रोतोंमेंइंतजारकरनापड़रहाहै।तबजाकरपेयजलमिलरहाहै।क्षेत्रकेलोगोंनेशीघ्रहीमोडेक्सप्रणालीकाहैंडपम्पलगानेकीमांगकीहै।तबतकटेंकरोंकेमाध्यमसेपानीवितरितकरपेयजलसंकटसेनिजातदिलानेकीमांगकीहै।