त्रिस्तरीय तालाब प्रणाली से दे रहे हजारों पौधों को जीवन

अमितसैनी,रेवाड़ी

जलसंरक्षणकितनाजरूरीहै,इसकाअनुमानकेवलइसीबातसेलगायाजासकताहैकिआजअगरघरमेंएकदिनसप्लाईकापानीनहींआयेतोसारीव्यवस्थाचरमराजातीहै।यदाकदाराश¨नगहोनेपरहाहाकारमचजाताहै,लेकिनअबभीसमयरहतेनहींजागेतोनिश्चिततौरपरपानीकीकिल्लतकाबड़ासंकटहमसभीकोझेलनापड़सकताहै।ऐसेमेंआवश्यकहैकिपानीकासंरक्षणहरउसस्तरपरकियाजाए,जहांसंभवहोसके।कुछऐसेगांवजिलेमेंहैं,जोइसदिशामेंखुदकोउदाहरणकेतौरपरसामनेरखतेहैं।देवलावासउनमेंसेएकहैं।इसगांवमेंअपनाईगईत्रिस्तरीयतालाबप्रणालीसेनसिर्फगांवकीनालियोंकापानीउचितस्थानपरपहुंचरहाहै,बल्किइसपानीकोफिल्टरकरकेहजारोंपौधोंवपेड़ोंकोजीवनदियाजारहाहै।हर्बलपार्कमेंलहलहारहेहैंहजारोंपेड़

वर्ष2011मेंतत्कालीनसरपंचमनोजपहलवानकेआग्रहपरपंचायतीराजविभागकीओरसेगांवमेंतीनतालाबमॉडलबनायागयाथा।इसमॉडलकोसींचेवालामॉडलकेनामसेभीजानाजाताहै।मॉडलकेतहतगांवकीनालियोंसेनिकलनेवालेपानीकोएककेबादएकतीनछोटेवबड़ेआकारकेतालाबसेनिकालकरसाफकियाजाताहै।इसीपानीकाइस्तेमालगांवकेहर्बलपार्कमेंहोरहाहै।हर्बलपार्कमें2हजारसेज्यादापेड़पौधेलहलहारहेहैं।लिक्विडवेस्टमैनेजमेंटकीदिशामेंबड़ाकदमउठानेकेचलतेहीदेवलावासकोवर्ष2012मेंनिर्मलगांवकेतौरपरसम्मानभीमिलचुकाहै।वर्तमानसरपंचसुमित्रादेवीइसमुहिमकोअबआगेबढ़ारहीहैं।

------------------ऐसेशुद्धहोताहैनालियोंकापानी

तीनतालाबमॉडलकेतहतसामान्यरूपसेतीनअलग-अलगआकारकेकुंडबनाएजातेहैं,जिनकीगहराईभिन्नहोतीहै।घरोंकागंदापानीसबसेपहलेएकपिटतकलेजायाजाताहै।इसपिटमेंजहांसेदूषितपानीगिरेगा,वहांपरलोहेकीएकजालीहैजिसमेंमोटाकूड़ावपॉलीथिनरुकजातीहै।पानीपहलेकुएंमेंजाताहै,वहांगादरुकजातीहै।दूसरेकुएंमेंसाफपानीजाताहैजिसमेंचिकनाईसमाप्तहोजातीहै।यहांऑक्सीडाइजेशनसिस्टमकेतहतपानीघूमताहैतथायहांसेपानीतीसरेकुएंमेंजाताहै।साफपानीकोपार्कतकपहुंचानेकेलिएएकडीजलपंपलगायागयाहै।सामान्यरूपसेगंदेपानीकीबायोलॉजिकलऑक्सीजनडिमांड(बीओडी)150से300तकहोतीहै।शुद्धकरनेकीतकनीकअपनाकरपानीकीबीओडी18से20तकआजातीहै,जोपेड़पौधोंवखेतीमें¨सचाईकेलिएउपयुक्तहै।देवलावासआजअन्यगांवोंकेलिएप्रेरणाबनाहुआहै।जिलेके14औरगांवोंकापिछलेसालत्रिस्तरीयतालाबव्यवस्थाकेलिएचयनकियागयाथा,जिनमेंसेकुछेकमेंकामपूराहोगयाहैऔरबाकीमेंकामचलरहाहै।इनगांवोंमेंभीनालियोंकेपानीकोसाफकरकेपेड़पौधोंमेंइस्तेमालकियाजाएगा।

गांवसेनिकलनेवालासैकड़ोंगैलनगंदापानीहररोजशुद्धहोरहाहै।पानीकोशुद्धकरकेहर्बलपार्कमेंइस्तेमालकियाजारहाहै,जिससेहजारोंपेड़पौधेलहलहारहेहैं।अन्यगांवभीइसकाइस्तेमालकरकेलिक्विडवेस्टमैनेजमेंटकीदिशामेंकामयाबकदमउठासकतेहैं।

-सुमित्रादेवी,सरपंचदेवलावास।