टीएमबीयू अंगिका के हेड प्रो. प्रेम प्रभाकर का निधन

भागलपुर।तिलकामांझीभागलपुरविश्वविद्यालय(टीएमबीयू)केपीजीअंगिकाविभागकेहेडप्रो.प्रेमप्रभाकरकाशुक्रवारकोआकस्मिकनिधनहोगया।वेसातनवंबर1996कोविश्वविद्यालयकीसेवामेंआएथे।पूरे24वर्षयहांयोगदानदिया।मूलरूपसेजगदीशपुरकेमखनागांवकेरहनेवालेथे।वेटीमएबीयूपत्रकारिताविभागकेसमन्वयकभीथे।उनकेनिधनपरविश्वविद्यालयमेंशोककीलहरदौड़गईहै।गुरुवाररातकोहीलालबागप्रोफेसरकॉलोनीमेंउन्हेंहार्टअटैकहुआथा।उन्हेंइलाजकेलिएनिजीनर्सिगहोममेंभर्तीकराया,जहांउनकीमृत्युहोगई।

प्रो.प्रेमप्रभाकरअपनेपीछेदोबेटेऔरदोबेटियोंकाभरापूरापरिवारछोड़गएहैं।उनकाएकबेटापुणेमेंइंजीनियरहै,जबकिएकबेटीमुंबईमेंइंजीनियरहैं।बड़ीबेटीचंडीगढ़मेंभारतीयखादनिगममेंबड़ेपदपरकार्यरतहै,जबकिछोटापुत्रअबभीपढ़ाईकररहाहै।उनकेपार्थिवशरीरकोलालबागस्थितप्रोफेसरक्वार्टरमेंरखागयाहै।पुणेसेबेटेकेआनेकेबादशनिवारकोउनकादाहसंस्कारकियाजाएगा।उनकेनिधनपरपूरेसाहित्यजगतमेंभीशोककीलहरहै।

शोककेकारणहिदीऔरअंगिकाविभागमेंशनिवारकोअवकाशघोषितकरदियागयाहै।हिदीकेविभागाध्यक्षडॉ.योगेंद्रनेबतायाकिउन्होंनेएकअच्छेसाथीकेसाथहिदीसाहित्यकाबेहतरीनजानकारखोदिया।यहअपूरणीयक्षतिहै।उन्होंनेबतायाकिडॉ.प्रभाकरकीपांचकिताबेंहमसारीदुनियाबदलेंगे,पहचानतलाशतेआदिवासी,साहित्यविमर्श,हिदीकहानीनवादशकऔरकृषकप्रमुखहैं।उनकीअंग्रेजीमेंकिताबकोयेस्टफॉरसेल्फडिटरमिनेशनभीकाफीमहत्वपूर्णहै।उन्होंनेजनसत्ता,नवभारतटाइम्ससमेतकईअखबारोंमेंभीकामकियाथा।

उनकेनिधनपरप्रभारीकुलपतिडॉ.अजयकुमारसिंह,सीसीडीसीडॉ.केएमसिंह,डीएसडब्ल्यूडॉ.रामप्रवेशसिंह,परीक्षानियंत्रकडॉ.अरुणकुमारसिंहसमेतशिक्षकसंघकेडॉ.डीएनरायहिदीविभागकेडॉ.बहादुरमिश्रा,एसएमकॉलेजकेप्राचार्यडॉ.रमनसिन्हा,इतिहासकारशिवशंकरसिंहपारिजातनेभीशोकव्यक्तकियाहै।

डॉ.प्रभाकरकेनिधनपरपीजीगांधीविचारविभागमेंशोकसभाकाआयोजनकियागया।विभागकेहेडप्रो.विजयकुमारनेकहाकिउनकानिधनहिदीसाहित्यऔरशिक्षाजगतकेलिएअपूरणीयक्षतिहै।विभागमेंशिक्षकडॉ.उमेशप्रसादनीरज,डॉ.अमितरंजनसिंह,गौतमकुमार,मनोजकुमारदास,नरेननवनीतआदिनेदोमिनटकामौनरखश्रद्धांजलिदी।