उच्च सदन में अब शक्ति संतुलन
जबयहतयहोचुकाथाकिनरेंद्रमोदीहीदेशकेप्रधानमंत्रीबनेंगे,बसउनकाशपथलेनाबाकीथा,तब20मई,2014कोमोदीनेसंसदकीचौखटपरमत्थाटेककरयहसंदेशदियाकिलोकतंत्रमेंसंसदहीसर्वोच्चहै.लेकिनआठदिनबादजबउनकेप्रमुखसचिवकीनियुक्तिसंसदमेंकानूनबनानेकेबजाएअध्यादेशकेजरिएकीगईतोयहसंदेशभीगयाकिसंसदहैतोसर्वोच्च,परइसेनिभानाकठिनहै.तबसेलेकरमेडिकलप्रवेशपरीक्षाएनईईटीतकमोदीसरकारकोअहमविषयोंपरएककेबादएककईअध्यादेशलानेपड़े.इसकीवजहसिर्फयहनहींथीकिसंसदचलनहींरहीथी,वजहयहभीथीकिसंसदकेउच्चसदनराज्यसभामेंअपनेविधेयकपासकरानेलायकबहुमतसरकारकेपासनहींथा.अबदोसालबादसियासतकुछऐसीकरवटलेनेजारहीहै,जबमोदीसरकारकेलिएराज्यसभाअभेद्यदुर्गनहींरहजाएगी.अगरसरकारबाकीदलोंकोढंगसेमनालेतोबहुत-सेमामलोंमेंराज्यसभामेंवहकांग्रेसकेविरोधकोनाकामकरसकतीहै.
राज्यसभाकाअंकगणितदेखेंतोइससमय241सदस्योंमेंसेकांग्रेसके64औरबीजेपीके49सदस्यहैं.अन्यदलोंके119सांसदहैं,जबकिनामितसांसदोंकीसंख्या9है.इसतरहअपने15अतिरिक्तसांसदऔरअन्यविपक्षीदलोंकोसाथलेकरराज्यसभामेंकांग्रेसपार्टीनेमोदीसरकारकोकिसीतरहकीमनमानीनहींकरनेदी.यहांतककिसरकारनौमहीनेसिरपटककररहगई,लेकिनविवादितभूमिअधिग्रहणअध्यादेशराज्यसभासेपासनहींहोसका.
लेकिनराज्यसभाकी57सीटोंकेलिएचलरहेद्विवार्षिकचुनावकेबादराज्यसभामेंकांग्रेसकेसदस्योंकीसंख्याघटकर57होजाएगी,वहींबीजेपीकेसदस्योंकीसंख्याबढ़कर55होजाएगी.इसकेअलावा2016मेंमनोनीतकिएगएचारसदस्यभीवोटिंगकीस्थितिमेंबीजेपीकेसाथहीजाएंगे.हालांकिकांग्रेसकेपासअबभीकुछमनोनीतसदस्यबचेहैं,लेकिनकिक्रेटसितारेसचिनतेंडुलकरऔरअभिनेत्रीरेखाजैसेसदस्यभलेहीकांग्रेसनेमनोनीतकिएहों,लेकिनयेहरवक्तपार्टीकेपीछेखड़ेरहेंगे,ऐसामाननाकठिनहै.
बदलेहुएराजनैतिकसमीकरणपरबीजेपीमहासचिवभूपेंद्रयादवनेकहा,''राज्यसभामेंव्यावहारिकरूपसेबीजेपीकेपासकांग्रेससेज्यादासांसदहोजाएंगे.ऐसेमेंअन्यदलोंकेसकारात्मकसहयोगसेदेशहितकाविधायीकार्यबेहतरढंगसेकियाजासकेगा.''वैसेभीवित्तमंत्रीअरुणजेटलीजिसतरहबार-बारजोरदेकरकहरहेहैंकिसंसदकेआगामीमानसूनसत्रमेंजीएसटीविधेयकपारितहोजाएगा,उसकेपीछेइसबदलेहुएअंकगणितकीबड़ीभूमिकाहै.
लेकिनयहभूमिकाइतनीसाफभीनहींहै.इनसमीकरणोंकेबदलनेकेसाथहीक्षेत्रीयदलोंकापैमानाभीऊपर-नीचेहोगा.इससमयसमाजवादीपार्टी15सदस्योंकेसाथराज्यसभाकीतीसरीसबसेबड़ीपार्टीहैऔरजुलाईमेंइसकेसदस्योंकीसंख्या19होजाएगी.सपाभलेहीसांप्रदायिकताकेमुद्देपरबीजेपीसेअलगदिखतीरहीहो,लेकिनजनहितकेनामपरकुछमुद्दोंपरउसेअपनेसाथलानाबीजेपीकेलिएकठिननहींहोगा.हालांकिपार्टीसांसदमुनव्वरसलीमकहतेहैं,''सपामूल्योंकीराजनीतिकरतीहै,
इसमेंसौदेबाजीकीजगहनहींहै.''
बसपाकीसीटें10सेघटकर6होजाएंगी.उधर,जयललिताकीपार्टीकेपासइससमय12सीटेंहैंऔरउनकीराजनैतिकताकतयथावतरहसकतीहैयाहदसेहदएकसीटकीकमीआएगी.जिसतरहतमिलनाडुमेंजयललिताकीविरोधीद्रमुकयूपीएकाअंगहै,उसमेंजयललिताकीजोड़ीकांग्रेसकेसाथनहींबनतीऔरउन्हेंमुद्दोंपरसाथलानेकाविकल्पहमेशाबीजेपीकेपासहै.
ममताबनर्जीकीतृणमूलकांग्रेसकेपासभीराज्यसभामें12सीटेंहैंऔरइसबारपश्चिमबंगालमेंकांग्रेसजिसतरहमुख्यविपक्षीदलबनगईहै,ऐसेमेंबीजेपीतृणमूलपरकमसेकमकुछमुद्दोंपरडोरेडालसकतीहै.मोदीकेधुरविरोधीनीतीशकुमारकेजेडीयूकीराज्यसभासीटें13सेघटकर9होजाएंगी,हालांकिइसीअनुपातमेंलालूयादवकीसीटेंबढ़जाएंगी.बीजेपीकीसहयोगीतेलुगुदेशमपार्टीकीसीटेंभी6सेबढ़कर8होजाएंगी.उधर,तेलंगानासेतेलंगानाराष्ट्रसमिति(टीआरएस)कीसीटें3होजाएंगी.येदोनोंबीजेपीकेपालेकीसीटेंहोंगीं.शिवसेनाकीसदस्यसंख्याभी6सेबढ़कर8होजाएगी,उधरशरदपवारकीराष्ट्रवादीकांग्रेसपार्टीकीसदस्यसंख्या6सेघटकरपांचरहजाएगी.
7सीटोंवालेबीजूजनतादलकीस्थितिमेंकोईबदलावनहींआएगा,लेकिनबीजेडीवैसेभीहरमुद्देपरबीजेपीकाविरोधकरनेवालादलनहींरहाहै.बदलेहुएसमीकरणोंपरकांग्रेसमहासचिवऔरमध्यप्रदेशसेराज्यसभासांसददिग्विजयसिंहकादो-टूककहनाहै,''कांग्रेसशुरूसेहीसंसदऔरसड़कदोनोंजगहजिम्मेदारविपक्षकीभूमिकानिभारहीहै.हमारीइसभूमिकामेंकोईबदलावनहींआनेवाला.हमसंसदमेंसंघकाएजेंडानहींचलनेदेंगे.''
लेकिनयहभीसचहैकिराज्यसभाकाखेलअबकांग्रेसकेहाथसेपूरीतरहनभीनिकलाहोतोभीअबबातबराबरीकीहै.अबबीजेपीकेरणनीतिकारोंकोयहदिखानाहैकिकिसतरहसपा,एआइएडीएमके,तृणमूलकांग्रेसऔरबीजूजनतादलजैसेदलोंकेसाथसमय-समयपरसमीकरणसाधकरवेराज्यसभाकोचलालेजातेहैं.ऐसेमेंसबकीनजरउनआर्थिकसुधारोंऔररोजगारकेवादोंपरहोगी,जिन्हेंअबतकविपक्षकेनामपरटालागयाहै.जाहिरहैकिमुलायमसिंहयादव,जयललिताऔरममताबनर्जीनसिर्फरसूखदारनेताहैं,बल्किअच्छाखासामानमनौवलकरवानेमेंयकीनरखतेहैं.ऐसेमेंमोदीकेविश्वस्तोंकोइन्हेंमनानेकेलिएभलेहीउतनामत्थानटेकनापड़ेजितनानरेंद्रमोदीनेसंसदकीसीढिय़ोंपरटेकाथा,लेकिनरीढ़कोकमसेकम60डिग्रीपरतोघुमानाहीपड़ेगा.