विकास की दौड़ में अनदेखी का शिकार गांव खेड़ला

अंतरामखटाना,नूंह

जिलामुख्यालयनूंहसेसटेहुएगांवखेड़लाक्षेत्रकेबड़ेगांवोंमेंशुमारहै।कितनीसरकारेंआईकितनीगई,लेकिनजिलामुख्यालयकेसाथवदिल्ली-अलवररोडपरबसेइसगांवमेंअभीकईक्षेत्रोंमेंविकासकाइंतजारहै।12हजारकीआबादीवालेइसगांवमेंशिक्षा,सड़क,स्वास्थ्य,बिजली,साफ-सफाईजैसीमूलभूतसुविधाएंनदारदहैं।हालांकिपीनेकेपानीकेलिएवर्तमानपंचायतनेकुछहदतककामयाबीपाईहै,जिससेअबआधेगांवमेंपानीकीआपूर्तिहोरहीहै।लेकिनगांवकेहजारोंलोगोंकाकंठपानीकेबिनाअभीसूखाहुआहै।

ऐतिहासिकविशेषता:

गांवकेबीचमेंएकवर्षोंपुरानीहवेलीहै,जिससेक्षेत्रकेलोगबनियावालीहवेलीकेनामसेजानतेहैं।यहहवेली500वर्षपुरानीहै।जोकिआजभीअपनेअंदरगांवकेपूर्वजोंकीयादोंकोसमेटेहुएहैं,जिसेदेखनेकेलिएआसपासकेगांवोंकेलोगआतेहै।पूर्वमेंगांवमेंहीबाजारहुआकरताथा।जहांलोगअपनीजरूरतकासभीसमानखरीदाकरतेथे।लेकिनसमयकेबदलावकेसाथयेहवेलीआजभीलोगोंकोगांवकेपुरानेइतिहासकीयाददिलातीहै।

गांवमें8मस्जिदेंहैं।अधिकतरमस्जिदोंमेंमौलवीद्वारानिकाहपढ़ायाजाताहै।सभीमस्जिदोंमेंग्रामीणएक-दूसरेकासहयोगकरतेहैं।वहींगांवमेंएकमंदिरभीबनाहुआहै।जोकिबहुतहीप्राचीनसमयकाहै।जिसमें¨हदूसमुदायकेलोगपूजा-अर्चनाकरतेहैं।

आबादीपरएकनजर:

खेड़लागांवकीआबादी12हजारहै।पुरुषोंवमहिलाओंकाअनुपात55व45है।गांवमेंलगभग2400मतदाताहैं।पुरुषकमीज-पैंटवकुर्तापाजामापहनतेहैं।वहींगांवमेंलुंगीकापहनावाभीमुख्यहै।महिलाएंसूटसलवार,साड़ी,बुजुर्गमहिलाएंबुरकापहनतीहैं।वहींगांवमें350¨हदुओंकीआबादीभीहै।येसभीलोगआपसमेंमिलकररहतेहैं।मुख्यरुपसेगांवमेंमेवसमुदायकेदेड़वाल,बाघोड़ियागोत्रपालकेअलावाअन्यजातियोंकेलोगरहतेहैं।

खेड़लागांवकाक्षेत्रमेंअपनाविशेषमहत्वहै।यहांकीसाक्षरतादर80प्रतिशतहै।जिसमें40प्रतिशतपुरुषव40प्रतिशतमहिलाएंपढ़ीलिखीहैं।अधिकतरग्रामीणोंनेगांवमेंहीशिक्षाग्रहणकीहै।गांवमेंएकमिडिलस्कूलहै।जिसमेंआसपासकेगांवोंकेबच्चेभीपढ़नेकेलिएआरहेहैं।वर्तमानपंचायतकेप्रयासोंसेस्कूलकोसरकारनेबारहवींतककाकरनेकीअनुमतिदीहै।जिससेयहांपरअगलेसत्रमेंकक्षाएंलगनेकीसंभावनाएंहै।

गांवकेशिक्षितयुवाओंनेअपनास्वयंकाकार्यकियाहुआहै।नूंहबाजारसाथमेंलगनेसेअधिकतरलोगोंनेअपनीदुकानेंखोलरखीहै।लगभग40लोगोंविभिन्नप्रकारकीसरकारीनौकरियोंमेंलगेहुएहै।ग्रामीणअंचलमेंहोनेकेकारणग्रामीणखेतीपरनिर्भरहै।इसकेअलावालोगपशुपालनकरअपनागुजाराकररहेहैं।जिलेकेअन्यगांवोंकीतरहकमपढ़ेयुवागाड़ीचलाकरअपनाजीवन-यापनकररहेहैं।गांवकेकुछलोगोंट्रांसपोर्टकाकार्यभीकररखाहै।

गांवमेंबिजली-पेयजलव्यवस्थाठप:

हालमेंग्रामपंचायतकेलिएक्षेत्रमेंआरहेबादलीप्रोजेक्टकेतहतपानीदियागयाहै।लेकिनयहपानीगांवकेकुछहीहिस्सेमेंआरहाहै।जिससेआजभीसैंकड़ोंपरिवारोंकोटैंकरोंसेगुजाराकरनापड़रहाहै।जिससेलोगोंकाआर्थिकनुकसानहोरहाहै।24घंटोंमेंमात्र4-5घंटेहीबिजलीआरहीहै।अधिकांशघरोंमेंबिजलीकेमीटरलगेहुएहै।फिरभीग्रामीणोंकोबिजलीनसीबनहींहै।

शिक्षाव्यवस्थापरएकनजर:

गांवमेंएकमिडिलवएकप्राइमरीस्कूलहै।जहांपरबच्चेंशिक्षाग्रहणकररहेहैं।लेकिननूंहशहरनजदीकहोनेकेचलतेग्रामीणअपनेबच्चोंकायहांपरशिक्षाग्रहणकरनेकेलिएभेजरहेहैं।गांवकाक्षेत्रकीराजनीतिमेंअपनाअलगमहत्वहै।जिसउम्मीदवारकीतरफग्रामीणोंकारूझानहोताहै।उसकीजीतभीपक्कीहोतीहै।लेकिनकिसीभीनेतानेआजतकगांवकेलिएकुछनहींकिया।वर्तमानमेंगांवमेंपानीवस्कूलअपग्रेडकीपहलकीहै।जिसकीलोगकाफीसराहनाकररहेहैं।

गांवकीपेयजलव्यवस्थापरकिसीकाध्याननहींहै।अधिकारियोंसेभीबार-बारशिकायतकरचुकेहैं।लेकिनकेवलआश्वासनहीमिलरहेहैं।आजभीग्रामीणटैंकरोंकेभरोसेहैं।जिससेहमेंपरेशानियांआरहीहै।लेकिनकोईध्याननहींदियाजारहाहै।

हमनेगांवमेंशिक्षा,स्वास्थ्य,बिजलीवपानीकीतरफबहुतध्यानदियाहै।जिससेगांवमेंवर्षोंबादबादलीप्रोजेक्टसेपानीआयाहै।गांवकाकुछहिस्साबचाहुआहै।जहांभीजल्दपानीकीआपूर्तिकराईजाएगी।वहींशिक्षाकेक्षेत्रमेंभीहमकार्यकररहेहैं।सरकारनेहमारेस्कूलकोअपग्रेडकरनेकाआश्वासनदियाहै।जिसकेपूराहोनेपरगांवमेंशिक्षाकेक्षेत्रमेंविकासहोगा।

मंकेश्वरसरपंच।

गांवमेंमूलभूतसुविधाओंकागहराअभावहै।प्रशासनकोजिलेकाबड़ागांवहोनेकेनातेहमारेगांवपरभीध्यानदेनाचाहिए।शहरकेनजदीकहोनेकेनातेगांवमेंसभीतरहकीसुविधाएंसरकारकोदेनीचाहिए।

मास्टरसुभाषचंद।

गांवकीगलियोंमेंहमेशागंदापानीभरारहताहै।जहांपरपैदलचलनाभीदूभरहोरहाहै।ऐसेमेंप्रशासनकोगांवमेंदखलदेनाचाहिए।प्रदेशसरकारकोध्यानदेनाचाहिए।सरकारनेवैसेस्वच्छताअभियानप्रदेशवराष्ट्रस्तरपरचलारखाहै।लेकिनहमारेगांवमेंभीइसक्षेत्रमेंकार्यकरनेकीजरूरतहै।

हमारेगांवमेंबिजलीकीभारीसमस्याहै।24घंटोमेंमात्र4घंटेहीबिजलीआरहीहै।इसलिएसरकारकोइसओरध्यानदेनाचाहिए।इसकेअलावास्वास्थ्यसेवाओंपरभीध्यानदेनाचाहिए।

निश्चिततौरपरहमारेगांवमेंमूलभूतसुविधाओंकागहराअभावहै।इसओरसरकारवप्रशासनकोकाफीध्यानदेनेकीजरूरतहै।जिससेक्षेत्रकेविकासमेंगांवकेयुवाभीअपनीभागीदारीनिभासके।गांवकेकईमार्गजर्जरहै।जहांनिर्माणकार्यकरनाचाहिए।

गांवोंकेविकासकोलेकरसरकारवप्रशासनबहुतहीगंभीरहै।हमाराप्रयासगांवोंमेंलोगोंकोसरकारद्वाराचलाईजारहीसभीयोजनाओंकोपहुंचानाहै।जिससेग्रामीणअंचलकेलोगोंभीविकासकीमुख्यधारासेजुड़सके।गांवकाजल्ददौराकियाजाएगा।आगामीसमयमेंग्रामीणोंकीसभीसमस्याओंकाप्राथमिकताकेसाथहलकरवायाजाएगा।

राकेशकुमार,जिलापंचायतएवंविकासअधिकारी।