वन विभाग की मेहनत आधी ही होती है सफल
विनोदशर्मा,पलवल
वनविभागद्वाराहरसालबरसातमेंजिलेकोहराभरावपर्यावरणसुरक्षितरखनेकेउद्देश्यसेपौधेवितरितकिएजातेहैं।वितरितकरनेसेपहलेबड़ीमेहनतवसावधानीपूर्वकइन्हेंनर्सरीमेंउगायाजाताहै।लेकिन,विभागकीयहयोजनापूरीतरहसफलनहींहोपाती।
आंकड़ोंकीयदिबातकीजाएतोजिलावनअधिकारीदीपकपाटिलकेमुताबिकगत्वर्षजलशक्तिअभियानकेतहतपंचायतोंकोएकलाखपौधेवितरितकिएगएथे।वहीपौधागिरिअभियानकेतहतछठीसेबारहवींतककेछात्रोंकेलिए90हजारपौधेस्कूलोंमेंवितरितकिएगएथे।इसबारभीकरीबयहीटारगेटरखागयाहै।पंचायतोंकेलिएजहांएकलाखपांचहजारपौधेमुफ्तवितरितकिएजाएंगे,वहींस्कूलोंमेंइसबारभीबच्चोंकेलिए90हजारपौधेबांटेजाएंगे।येपौधेवर्षाकालकेदौरानजुलाईसेसितंबरकेबीचवितरितकिएजातेहैं।
विभागकीतरफसेनीम,जामुन,पीपल,गुलमोहर,पॉपुलर,सफेदा,तुलसी,गिलोयसहितअनेककिस्मकेपौधेवितरितकिएजातेहैं,जिनकीदेखभालकरनेकाफर्जपौधालगानेवालेकाहोताहै।पौधारोपणकरनेकेबादउनकीदेखभालकरनाभीउतनाहीजरूरीहै,लेकिनमुफ्तवितरितपौधोंकाइतनामहत्वनहींसमझाजाता।यहीकारणहैकिपिछलेवर्षसेआमजनकेलिएविभागद्वारापौधादेनेपरपाबंदीलगादीगई।
वनविभागकीतरफसेपिछलेवर्षपौधागिरिअभियानकेतहत90हजारपौधेदिएगएथे,जिनमेंसे60हजारपौधेछात्रोंकोस्कूलोंमेंलगानेकेलिएव30हजारपौधेघरोंकेलिएदिएगए।स्कूलोंमेंलगाएगएपौधोंमेंसे60फीसदपौधेपनपरहेहैं।वहींघरोंमेंलगाएगएपौधोंकीजानकारीबच्चोंवअभिभावकोंकोहीहै।
-अशोकबघेल,जिलाशिक्षाअधिकारी
वनविभागद्वारागतवर्षपंचायतकेलिएपौधेदिएगएथे।हमारेगांवमें500पौधेमिलेथे,जिन्हेंपंचायतकीभूमिकेअलावातालाब,मंदिरसहितगांवकेअन्यसार्वजनिकस्थानोंपरलगायागयाथा।इनमेंसे40से45फीसदपौधेपनपरहेहैं।बाकीअन्यपौधोंकोपशुओंद्वारानष्टकरदियागयाहै।
-रविदत्तसरपंचग्रामबघोला
पौधोंकाहमारेजीवनमेंबहुतमहत्वहैइसलिएइनकीदेखभालएकशिशुकीभांतिकरनीहोतीहै।पौधालगानाहीलक्ष्यनहींहै,बल्किपेड़बननेतकदेखभालकरनीचाहिए।यदिहमपौधेलगाकरभूलजातेहैंतोयहनष्टहोसकतेहैं।इसलिएइनकाध्यानरखनाबहुतआवश्यकहै।
-नमितातायल,प्रधानक्लीनएंडस्मार्टपलवल
वनविभागकीओरसेजलसंचयअभियानवपौधागिरिकेतहतगतवर्षकीतरहइसवर्षभीपौधेवितरितकिएजाएंगे।गतवर्षवितरितकिएगएपौधोंमेंसेकितनेसुरक्षितहैंइसकीजानकारीसंबंधितविभागद्वाराहीमिलसकतीहै।पौधेलगानेकेबादइनकीदेखभालभीजरूरकरनीचाहिए।
-दीपकपाटिल,जिलावनअधिकारी