यह चाय का गिलास नहीं..पानी है जिसे गुरु गोबिद एवेन्यू के लोग कई दिन से पी रहे

जागरणसंवाददाता,जालंधर:गुरुगोबिदसिंहएवेन्यूमेंगंदेपेयजलकीसप्लाईसेलोगपरेशानहैं।पानीदूरसेदेखनेपरचायजैसा(मटमैला)नजरआताहै।पानीकेसाथमिट्टीआरहीहैऔरबदबूभीउठरहीहै।इसकाइस्तेमालपीनेलायकबिल्कुलनहींहोसकता,बावजूदइसकेलोगयहदूषितपेयजलपीनेकोमजबूरहैं।गुरुगोबिदसिंहएवेन्यूकेएकबड़ेहिस्सेमेंइसतरहकागंदापानीआरहाहै।लोगोंनेइंप्रूवमेंटट्रस्टसेमांगकीहैकिगंदेपानीकीसप्लाईकाफाल्टढूंढकरठीककरवायाजाएताकिलोगोंकोसाफपानीमिलसके।इससमयलोगआसपासकीकालोनियोंसेपानीलाकरगुजाराकररहेहैं।लोगोंकाकहनाहैकिअगरइसीतरहगंदापानीआतारहातोलोगोंकेबीमारहोनेकाखतराहै।यहांपरकईदिनोंसेदूषितपानीकीसप्लाईहोरहीहै।अगलेकुछदिनोंमेंबरसातकीसंभावनाहैऔरऐसेहालातमेंपानीऔरदूषितहोजाएगा।इससेपीलिया,डायरिया,पेटमेंइंफेक्शनकाखतराबढ़जाएगा।

इलाकानिवासीममतारानी,राजेशकुमार,सुरिदरसिंहनेकहाकिदूषितपानीकीसप्लाईऐसेसमयमेंहोरहीहैजबपानीकीसबसेज्यादाजरूरतहोतीहै।उन्होंनेकहाकियहांपरलाखोंरुपएलगाकरलोगोंनेमकानबनाएहैं।सरकारकीमंजूरशुदाकालोनीमेंमहंगेदामपरजगहइसलिएहीलेतेहैंताकिसभीसुविधाएंमिलसकेंलेकिनयहांसिर्फपानीहीनहींकईऔरभीसमस्याएंहैं।-------

इधरअमृतविहारमेंलोगपानीकोतरसे,खालीबाल्टियांदिखाईं

वार्डएककेअमृतविहारइलाकेमेंलोगएकहफ्तेसेपानीकीकिल्लतझेलरहेहैं।पानीकोलेकरमचेहाहाकारकेबीचवीरवारकोलोगोंनेनगरनिगमकेखिलाफप्रदर्शनकिया।इलाकेकेलोगोंनेकहाकिएकहफ्तेसेपानीकीकिल्लतचलरहीहैलेकिननतोइलाकापार्षदनेउनकीसुनवाईकीहैऔरनहीविधायकऔरनिगमअधिकारीबातसुननेकोतैयारहैं।लोगोंनेचेतावनीदीकिअगरउनकीसमस्याकाहलनहींकियागयातोवहविधायकऔरपार्षदकेखिलाफधरनादेनेकोमजबूरहोंगे।इलाकेकेलोगोंनेखालीबाल्टियांलेकरप्रदर्शनकियाऔरकहाकिभीषणगर्मीमेंपानीकेलिएदूसरेइलाकोंपरनिर्भरहोनापड़रहाहै।इससेरोजानाकेकामप्रभावितहोरहेहैं।